जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हिंदुओं के नरसंहार के बाद भारत के तीखे और तेज़तर्रार एक्शन से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है. पहले से ही आर्थिक तंगी और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा पाकिस्तान अब भारत से संभावित सैन्य कार्रवाई के डर में जी रहा है. इसी डर का नतीजा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के LoC से सटे इलाकों में युद्ध की आहट को भांपते हुए राशन का भारी भंडारण शुरू कर दिया गया है.
भारत के ट्रिपल इकोनॉमिक अटैक के बाद बढ़ा तनाव
भारत ने शनिवार को पाकिस्तान पर एक साथ तीन आर्थिक प्रहार किए, जिससे उसका पहले से डगमगाता सिस्टम और कमजोर हो गया. भारत के इस आक्रामक रुख से पाकिस्तान की सरकार और सेना में बेचैनी साफ झलक रही है. अब युद्ध की आशंका से बुरी तरह डरा पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर में खास तैयारियां कर रहा है.
LoC के पास जुटाया जा रहा है दो महीने का गेहूं का आटा
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट बताती है कि POK सरकार ने LoC से सटे संवेदनशील इलाकों में दो महीने का राशन स्टॉक करने का आदेश जारी किया है. आमतौर पर इन क्षेत्रों में केवल 15 दिन का खाद्य भंडारण किया जाता था, लेकिन इस बार रणनीति बदल दी गई है. सरकार के निर्देश पर लंबी अवधि तक टिकने वाला गेहूं का आटा इन इलाकों में भेजा जा रहा है.
गोलाबारी की आशंका वाले क्षेत्रों से गोदाम हटाए जा रहे हैं
POK के खाद्य मंत्री चौधरी अकबर इब्राहीम ने पुष्टि की है कि प्रधानमंत्री चौधरी अनवरुल हक के निर्देश पर यह विशेष मुहिम चलाई जा रही है. उन्होंने बताया कि जहां गोलीबारी या सैन्य गतिविधियों की संभावना ज्यादा है, वहां से खाद्य भंडारों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. इसके अलावा सरकार इस कोशिश में है कि बर्फबारी या संघर्ष के वक्त भी दूरदराज गांवों तक खाद्य आपूर्ति बनी रहे.
स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया जा रहा, युद्ध के हालात की तैयारी में जुटा है POK
खाद्य विभाग के निदेशक अब्दुल हमीद कियानी के अनुसार, LoC के पास पहले से ही कुछ हद तक आटा स्टॉक किया गया था, लेकिन अब स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया जा रहा है ताकि दो महीने तक की जरूरत पूरी की जा सके. शनिवार को मुजफ्फराबाद के पास स्थित एक मिल से लगभग 250 टन आटा रवाना किया गया.
युद्ध की आशंका में दोहरी चाल चल रहा पाकिस्तान
दिलचस्प बात यह है कि एक तरफ पाकिस्तान शांति की बात करता है, तो दूसरी तरफ परमाणु हथियारों की धमकी भी देता है. मगर ज़मीनी हकीकत यही है कि वह भारत के संभावित हमले से डरा हुआ है और PoK में राशन जुटाने जैसे कदम उसी घबराहट की गवाही दे रहे हैं.
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