भारत ने जिन आतंकी ठिकानों को किया था तबाह, उसकी मरम्मत करा रहे आसिम मुनीर, जारी किया 40 करोड़ का फंड

    भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई लक्षित कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान की सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) और देश के भीतर क्षतिग्रस्त हुए आतंकी ठिकानों और एयरबेस की मरम्मत का कार्य तेज़ कर दिया है.

    PAK Army Chief Munir is getting terrorist hideouts repaired
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    इस्लामाबाद: भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई लक्षित कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान की सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) और देश के भीतर क्षतिग्रस्त हुए आतंकी ठिकानों और एयरबेस की मरम्मत का कार्य तेज़ कर दिया है. आधिकारिक सूत्रों और खुफिया जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने आतंकी संगठनों से जुड़े परिसरों और सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर की मरम्मत के लिए 40 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग स्वीकृत की है.

    भारत के ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि

    भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की मौत हुई थी. ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना और वायुसेना ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के कई प्रमुख ट्रेनिंग कैंपों और लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया.

    इस सैन्य कार्रवाई में भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि पाकिस्तान के छह प्रमुख एयरबेस—जैकोबाबाद, भोलारी, सुक्कुर, नूर खान, रहीम यार खान और सरगोधा—पर भी सटीक हमले किए.

    आतंकी ठिकानों की मरम्मत और फंडिंग

    1. बहावलपुर

    जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख केंद्र मरकज सुभान अल्लाह परिसर पर मिसाइल हमले में 13 आतंकवादी मारे गए थे. इसकी मरम्मत के लिए पाक सेना ने ₹14 करोड़ की राशि मंजूर की है.

    2. मुरीदके

    लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख परिसर रहा यह स्थान भारत की कार्रवाई में गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुआ था. इसकी मरम्मत के लिए ₹15 करोड़ का आवंटन किया गया.

    3. मुजफ्फराबाद

    यहां स्थित बिलाल मस्जिद में आतंकी ट्रेनिंग दी जाती थी. इसे पुनर्निर्माण के लिए ₹11 करोड़ की फंडिंग दी गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां मारे गए आतंकियों के परिजनों को भी सहायता दी गई है.

    इन परिसरों को 31 जून तक दोबारा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, क्योंकि 1 जुलाई से पाकिस्तान में धार्मिक शिक्षण संस्थान (मदरसे) पुनः खुलने वाले हैं.

    सैन्य ठिकानों को हुआ नुकसान

    जैकोबाबाद एयरबेस:

    ये एयरबेस इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 200 किलोमीटर दूर है. हमलों में एयरक्राफ्ट के हैंगर क्षतिग्रस्त हुए. सैटेलाइट तस्वीरों में मलबा और संरचनात्मक नुकसान स्पष्ट दिखा.

    भोलारी एयरबेस:

    नई निर्माणाधीन सुविधा को मिसाइल हमले में नुकसान पहुंचा. हैंगर की छत आंशिक रूप से ढह गई.

    सुक्कुर एयरबेस:

    स्ट्राइक के बाद जल चुकी घास और काले धब्बों के साथ बड़े पैमाने पर नुकसान के संकेत मिले.

    नूर खान (चकलाला) एयरबेस:

    रावलपिंडी के पास स्थित इस सामरिक ठिकाने पर कई इमारतें ध्वस्त हुईं.

    रहीम यार खान और सरगोधा एयरबेस:

    दोनों स्थानों पर रनवे को टारगेट कर क्षति पहुंचाई गई. खासकर सरगोधा एयरबेस, जो पाकिस्तान की सामरिक हवाई क्षमता का प्रमुख केंद्र है.

    भारत की कार्रवाई और जवाबी तनाव

    ऑपरेशन सिंदूर में भारत की रणनीति सीमित और सटीक कार्रवाई पर केंद्रित रही. भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस मिशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और PoJK में कई लॉजिस्टिक्स चेन बाधित हुईं.

    पाकिस्तान की ओर से इसके बाद भारत के पश्चिमी राज्यों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की गई, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया. तनाव चरम पर पहुंचने के बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सीज़फायर की सहमति बनी.

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