HAL Dhruv Helicopter: कश्मीर की वादियों में जब गोलियां गूंजीं, तो सैलानियों के सपनों का सफर कब खौफ में बदल गया, किसी को पता भी नहीं चला. अनंतनाग के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस बर्बर हमले में अब तक 27 पर्यटकों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक इजरायली और एक इटालियन नागरिक भी शामिल हैं. यह दो दशकों में पर्यटकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है.
इस हमले के बाद भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. घाटी में आतंकियों की तलाश और निगरानी के लिए अब भारतीय सेना ने अपने स्वदेशी HAL Dhruv हेलिकॉप्टर को एक्शन मोड में तैनात कर दिया है.
भारत की आसमान से बरसने वाली ताकत
एचएएल ध्रुव भारत में विकसित एक बहु-भूमिका हेलिकॉप्टर है, जिसे खासतौर पर पर्वतीय और दुर्गम इलाकों में तैनाती के लिए डिजाइन किया गया है. इस हेलिकॉप्टर की सबसे बड़ी ताकत है इसकी उच्च ऊंचाई पर ऑपरेशन की क्षमता. यह सियाचिन जैसे कठिन युद्ध क्षेत्रों में भी आसानी से उड़ान भर सकता है.
ध्रुव की ताकत क्या है?
कश्मीर घाटी में आतंकियों की तलाश शुरू
सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम के जंगलों और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के बाद आतंकी घने जंगलों में छिपे हो सकते हैं. ऐसे में ध्रुव हेलिकॉप्टर की ऊंची उड़ान और निगरानी क्षमता इस ऑपरेशन में गेमचेंजर साबित हो रही है. सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, ध्रुव हेलिकॉप्टर की तैनाती से लॉजिस्टिक सपोर्ट, इमरजेंसी मेडिकल सर्विस और एरियल सर्विलांस के जरिए आतंकियों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
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