Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, जिसमें अब तक 26 निर्दोष नागरिकों की जान जा चुकी है, जबकि 13 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
इस दर्दनाक घटना के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने हालात की समीक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर का दौरा किया. वह अनंतनाग के पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे, जहां उन्होंने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी. इसके बाद उन्होंने अनंतनाग अस्पताल जाकर घायलों से भी मुलाकात की. अमित शाह के दिल्ली लौटते ही कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की बैठक बुलाई जाएगी.
बैसरन में सघन तलाशी अभियान जारी
घटना के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है. टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और विभिन्न सुरागों की पड़ताल शुरू कर दी है. वहीं, सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने बैसरन घाटी में ड्रोन और हेलिकॉप्टर की मदद से तलाशी अभियान और तेज कर दिया है.
हमले के पीछे TRF और लश्कर के आतंकियों का हाथ
सूत्रों के मुताबिक, इस जघन्य हमले की साजिश लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन TRF के कमांडर सैफुल्लाह ने रची थी. बताया जा रहा है कि रावलकोट के दो अन्य लश्कर कमांडर भी इसमें शामिल थे. हमले को अंजाम देने वाले कुल 6 आतंकी थे.
पाकिस्तान को भारत ने दिया सख्त संदेश
हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से हमेशा की तरह पल्ला झाड़ा गया है. पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान जारी कर कहा कि इस हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन इस बार भारत ने भी सख्त रुख दिखाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब से लौटते वक्त पाकिस्तानी एयरस्पेस के इस्तेमाल से इनकार कर दिया.
सीमा पर अलर्ट, बारामूला में दो आतंकी ढेर
घटना के एक दिन बाद ही सुरक्षा बलों ने बारामूला में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया. इनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं. इस कार्रवाई को हमले के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.
पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश
पहलगाम हमले के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. राजधानी दिल्ली से लेकर जयपुर तक सभी थानों को अलर्ट पर रखा गया है. संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और अभय कमांड सिस्टम के जरिए चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है.