नेतन्याहू ने हमास को फिर धमकाया, बोला- मान लो मेरी बात, वरना ऐसा मारेंगे...; जानिए पूरा मामला

    अमेरिका की ओर से प्रस्तावित नए युद्धविराम और बंधक समझौते पर इज़राइल ने अपनी सहमति जता दी है, लेकिन हमास अब भी इसे लेकर सहमत नहीं है.

    Netanyahu threatened Hamas again
    नेतन्याहू | Photo: X

    गाज़ा पट्टी में जारी हिंसा और तनाव के बीच एक बार फिर युद्धविराम की कोशिशें तेज हो गई हैं. अमेरिका की ओर से प्रस्तावित नए युद्धविराम और बंधक समझौते पर इज़राइल ने अपनी सहमति जता दी है, लेकिन हमास अब भी इसे लेकर सहमत नहीं है. ऐसे में इज़राइल ने हमास को चेतावनी दी है कि वह इस प्रस्ताव को स्वीकार करे, नहीं तो इस पूरी योजना को खत्म कर दिया जाएगा.

    'विटकॉफ डील' की शर्तें: एक आखिरी मौका?

    इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल कैट्ज़ ने शुक्रवार को दो टूक कहा कि इज़राइली सेना गाज़ा में पूरी ताकत से अभियान चला रही है और अब हमास के सामने दो ही रास्ते हैं—या तो अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा पेश शांति योजना को स्वीकार कर लें, या फिर उसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें. उन्होंने यह भी कहा कि "हमास के हत्यारों को अब यह तय करना होगा कि वे बंधकों की रिहाई चाहते हैं या पूरी तरह खत्म होने का खतरा उठाना."

    अमेरिका की पहल, इज़राइल की हां, हमास की ना

    अमेरिकी व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि इज़राइल ने विटकॉफ योजना को हरी झंडी दे दी है. प्रेस सचिव कौरोलीन लीविट ने बताया कि अमेरिका ने हमास को संघर्ष विराम का एक नया प्रस्ताव भेजा है, जिसे इज़राइल का समर्थन प्राप्त है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बातचीत अब भी जारी है और हमास की ओर से आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली है.

    हमास की असहमति: ‘मूल मांगें नहीं पूरी’

    हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने साफ किया है कि यह नया अमेरिकी प्रस्ताव हमास की मुख्य मांगों, खासकर युद्ध के स्थायी अंत, को पूरा नहीं करता है. उन्होंने कहा कि हमास उचित समय पर इस प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देगा.

    बंधकों की अदला-बदली की शर्तें

    इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रस्ताव के तहत 60 दिन के युद्धविराम के दौरान हमास को 10 जीवित बंधकों और 18 मृत बंधकों के शव दो चरणों में सौंपने होंगे. इसके बदले में इज़राइल को अपने जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा.

    नेतन्याहू की रणनीति और दबाव की राजनीति

    इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों के परिजनों को जानकारी दी है कि उन्होंने इस योजना को स्वीकार कर लिया है. गौरतलब है कि 18 मार्च को इज़राइल ने हमास के खिलाफ फिर से सैन्य अभियान शुरू कर दिया था, जिससे पहले से चल रहा दो महीने का युद्धविराम टूट गया था. अब इज़राइल का मकसद है हमास पर इतना दबाव डालना कि वह अपने कब्जे में मौजूद 58 बंधकों को रिहा करने पर मजबूर हो जाए—जिनमें से केवल करीब 20 के जीवित होने की संभावना मानी जा रही है.

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