कानपुर के छोरे ने किया कमाल, NASA की वेबसाइट को हैक होने से बचाया, 'हॉल ऑफ फेम' में मिली जगह

    युवराज ने NASA की वेबसाइट में एक गंभीर साइबर खामी (बग) की पहचान की, जिसके जरिए कोई भी हैकर अंतरिक्ष एजेंसी के कर्मचारियों का संवेदनशील डेटा हासिल कर सकता था. तीन हफ्तों की गहन रिसर्च के बाद जब रात 2 बजे युवराज ने इस बग को पकड़ा, तो उन्होंने तुरंत इसका प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (POC) तैयार कर NASA को मेल किया.

    nasa s website was saved from hackers kanpur s yuvraj found the bug
    Photo: Internet

    Kanpur News: कभी पड़ोसियों का Wi-Fi हैक कर खेलने वाला बच्चा, आज NASA जैसी दुनिया की सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसी की वेबसाइट को साइबर हमले से बचा रहा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं कानपुर के 14 वर्षीय युवराज गुप्ता की, जिन्होंने अपनी काबिलियत से पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है.

    साइबर दुनिया का नया ‘प्रोटेक्टर’ बना युवराज

    हनुमंत विहार, कानपुर के रहने वाले युवराज गुप्ता, पेशे से एक एथिकल हैकर और साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर हैं. हाल ही में युवराज ने NASA की वेबसाइट में एक गंभीर साइबर खामी (बग) की पहचान की, जिसके जरिए कोई भी हैकर अंतरिक्ष एजेंसी के कर्मचारियों का संवेदनशील डेटा हासिल कर सकता था. तीन हफ्तों की गहन रिसर्च के बाद जब रात 2 बजे युवराज ने इस बग को पकड़ा, तो उन्होंने तुरंत इसका प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (POC) तैयार कर NASA को मेल किया. NASA ने तुरंत इस खामी को स्वीकारा और उन्हें “Hall of Fame” में शामिल कर दुनिया भर में सम्मानित किया.

    देश की रक्षा में भी निभा रहे हैं भूमिका

    युवराज ने कक्षा 6 में गेमिंग के लिए Wi-Fi हैक किया और यहीं से हैकिंग में दिलचस्पी शुरू हुई. यूट्यूब वीडियो, ऑनलाइन कोर्स और किताबों के सहारे साइबर सुरक्षा और बग बाउंटी हंटिंग सीखी. युवराज ने OYO, NFL, VPN कंपनियों और भारत सरकार के विभिन्न विभागों को भी साइबर खामियों से अवगत कराया है. जम्मू-कश्मीर की लॉ इंफोर्समेंट कंपनी को एक महीने तक साइबर अपराध पहचानने की ट्रेनिंग दी. उड़ीसा और महाराष्ट्र सरकार की वेबसाइटों में खामियां बताई लेकिन अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला. युवराज का कहना है कि "सरकारी मदद नहीं मिल रही, लेकिन अगर साथ मिले, तो और बेहतर कर सकता हूं."

    स्कॉलरशिप और मां-बाप का साथ बना हथियार

    युवराज की आर्थिक स्थिति सामान्य है. उनके पिता जय नारायण गुप्ता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और मां कल्पना गुप्ता गृहिणी हैं. युवराज को लैपटॉप देने के लिए बहन की स्कॉलरशिप और पिता की बचत को मिलाकर नया सिस्टम खरीदा गया. आज वही लैपटॉप देश-दुनिया को साइबर अटैक से सुरक्षित रखने का जरिया बन गया है. युवराज वर्तमान में कक्षा 11वीं के छात्र हैं और सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, दामोदर नगर में पढ़ते हैं. 10वीं में उन्होंने 79.4% अंक प्राप्त किए थे. पढ़ाई के साथ-साथ देश को डिजिटल सुरक्षा देने का संकल्प लेकर चल रहे हैं.

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