MP Bhavantar Yojana: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. सीएम मोहन यादव ने प्रदेश में किसानों की आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई भावांतर योजना लागू की है. यह योजना खासतौर पर सोयाबीन किसानों को उनके उत्पादन में होने वाले नुकसान से बचाने के लिए लाई गई है. आइए विस्तार से जानते हैं कि यह योजना क्या है, किसे मिलेगा इसका लाभ और इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है.
भावांतर योजना क्या है?
भावांतर योजना का मकसद किसानों को उनकी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम बिकने वाली कीमत के नुकसान से बचाना है. यदि किसी किसान की सोयाबीन फसल एमएसपी से कम दाम में बिकती है, तो सरकार इस योजना के तहत नुकसान की भरपाई करेगी. इससे किसानों की आमदनी स्थिर रहेगी और वे आर्थिक संकट से बचे रहेंगे.
किसे मिलेगा लाभ?
यह योजना विशेष रूप से सोयाबीन किसानों के लिए बनाई गई है. मध्य प्रदेश, जहां सोयाबीन की खेती बड़े पैमाने पर होती है, वहां के किसानों को इस योजना से सीधा फायदा मिलेगा. सागर जिले की जनसभा में सीएम मोहन यादव ने भी इस बात पर जोर दिया कि सरकार किसानों के हितों के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
योजना का लाभ कैसे उठाएं?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करना होगा. किसानों को अपनी फसल की बिक्री के बाद उचित दस्तावेज़ों के साथ आवेदन करना होगा ताकि सरकार उनके नुकसान का आंकलन कर सही मुआवजा प्रदान कर सके. सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने का भरोसा दिया है.
सीएम मोहन यादव ने क्या घोषणा की?
सीएम मोहन यादव ने जैसीनगर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5300 से ऊपर सोयाबीन का भाव कर दिया. जो हमारा एमएसपी का रेट है पूरे प्रदेश के अंदर हमारी सरकार के माध्यम से किसानों को ये रेट दिलाया जाएगा. किसी किसान को घाटा नहीं होने देंगे. MSP के आधार पर हमारी सरकार ने तय किया है पिछली बार हमने धान में बोनस दिया, सोयाबीन को ₹4800 रुपए MSP रखवाने का प्रयास किया. इस बार किसानों को भावांतर योजना के जरिए उनके खाते में अगर उनकी 5000 की सोयाबीन बिकती है तो ₹300 से ऊपर घर घर बोनस देंगे 1 रुपए का घाटा किसान को नहीं होने देंगे. पूरे प्रदेश के किसानों की घोषणा कर रहा हूं.
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