Mock Drill in India: जम्मू समेत देश के सीमावर्ती इलाकों में शुक्रवार रात सुरक्षा की बड़ी रिहर्सल होने जा रही है. इसे “ऑपरेशन शील्ड” नाम दिया गया है. इस अभ्यास के तहत 31 मई को रात 8:00 से 8:15 बजे तक एक मॉक ब्लैकआउट किया जाएगा. इसका उद्देश्य है जनता और प्रशासन को आपात स्थिति के लिए मानसिक और व्यावहारिक रूप से तैयार करना.
क्या होगा मॉक ड्रिल के दौरान?
रात 8 बजे सायरन बजेगा, जो अभ्यास की शुरुआत का संकेत होगा. इसके बाद हर नागरिक को घर, दुकान, वाहनहर जगह की रोशनी तुरंत बंद करनी होगी, चाहे वह बिजली की हो या बैटरी से चलने वाली. मोबाइल की फ्लैशलाइट, इन्वर्टर या सोलर लाइट का भी प्रयोग न करने की अपील की गई है. खिड़कियों के परदे खींचने होंगे ताकि कोई रोशनी बाहर न जाए. सड़कों पर आवाजाही बंद रहेगी और गाड़ियां नहीं चलेंगी. दुकानें पहले से बंद रखनी होंगी और 15 मिनट तक सब कुछ स्थिर रहेगा.
नागरिकों के लिए अहम निर्देश
घबराएं नहीं यह केवल एक अभ्यास है, कोई असली आपातकाल नहीं. बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को पहले से इस बारे में समझा दें. जरूरी सेवाएं—जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और अस्पताल पूरी तरह से चालू रहेंगी.
ऑपरेशन शील्ड की जरूरत क्यों?
इस ड्रिल का उद्देश्य यह परखना है कि यदि भविष्य में वास्तविक संकट की स्थिति बनती है—जैसे दुश्मन देश द्वारा हवाई हमला या पावर ब्लैकआउट तो नागरिक और प्रशासन कितनी त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया दे पाते हैं. इससे सुरक्षा तंत्र की तैयारियों की जांच होगी और जहां खामियां होंगी, उन्हें सुधारा जा सकेगा. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे इस अभ्यास में पूर्ण सहयोग दें. यह अभ्यास एक सुरक्षित और सजग राष्ट्र की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. तो अगर आप जम्मू या किसी बॉर्डर राज्य में हैं, आज रात 8 बजे सायरन सुनते ही लाइट बंद करें, घर के भीतर रहें और देश की सुरक्षा के लिए इस सामूहिक प्रयास का हिस्सा बनें.
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