पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हालिया वक्फ एक्ट के खिलाफ भड़की हिंसा के बीच मुर्शिदाबाद में इमामों से मुलाकात की और प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील की. सीएम ममता ने इस दौरान विपक्षी पार्टियों पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बंगाल में धार्मिक तनाव एक "पूर्व-नियोजित साजिश" का हिस्सा है, जो राज्य की सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहज़ीब को तोड़ने की कोशिश है.
इस दौरान ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर भी बयान दिया और ये तक कह दिया कि योगी सबसे बड़ा 'भोगी' है.
“मैं हाथ जोड़कर शांति की अपील करती हूं"
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल की ज़मीन नफरत की राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा, “मैं हाथ जोड़कर शांति की अपील करती हूं. हम राज्य में हिंदू-मुसलमान नहीं होने देंगे. जब दुर्गा पूजा होती है तो बीजेपी कहती है हम नहीं करने देते, जबकि घर-घर में सरस्वती पूजा मनाई जाती है.”
संविधान की दुहाई
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि आज देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और इसे बीजेपी का नहीं, बल्कि भारत का संविधान समझा जाना चाहिए. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि राज्य की सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और "सर्व धर्म समभाव" की नीति पर चलती है.
इतिहास की याद और समाज को जोड़ने की अपील
इमामों के साथ बातचीत के दौरान ममता बनर्जी ने देश की आज़ादी के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा, “हमारे देश को आज़ादी दिलाने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, रवींद्रनाथ ठाकुर जैसे लोगों की भूमिका रही है. आज उन्हीं की विचारधारा को तोड़ने की कोशिश हो रही है.” मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों को सलाह दी कि वे वक्फ एक्ट को लेकर अपनी बात कहें, लेकिन प्रदर्शन सड़कों पर न करें, ताकि माहौल बिगड़ने न पाए.
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