मध्य पूर्व में एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया है. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने ईरान के खिलाफ एक बड़ा हवाई हमला किया है, जिसे "ऑपरेशन नेशन ऑफ लायंस" नाम दिया गया है. इस हमले का मकसद ईरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को रोकना बताया जा रहा है.
IDF ने जानकारी दी है कि ईरान के पास जल्द ही कई परमाणु बम तैयार करने लायक यूरेनियम जमा हो जाएगा. इसी खतरे को देखते हुए इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर यह हमला किया है. इजरायली सेना का दावा है कि यह एक "रक्षात्मक कार्रवाई" है, ताकि भविष्य में ईरान के परमाणु हथियारों से पैदा होने वाले खतरे को रोका जा सके.
पूरे इजरायल में बजाए गए सायरन
ईरान की संभावित जवाबी कार्रवाई को ध्यान में रखते हुए इजरायल ने देशभर में वॉर्निंग सायरन बजा दिए हैं. जनता को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं और कई क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
इजरायल ने किया एयरस्पेस बंद, इमरजेंसी की घोषणा
हमले के बाद इजरायल सरकार ने पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है. देश का हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, जिससे किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई या खतरे का सामना किया जा सके.
अमेरिका ने बनाई दूरी
इस पूरी सैन्य कार्रवाई में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है. अमेरिकी अधिकारियों ने साफ किया है कि यह इजरायल का एकतरफा निर्णय है और अमेरिका इस ऑपरेशन में शामिल नहीं है.
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