मध्य प्रदेश की बिजली का पाकिस्तान से क्या है कनेक्शन? स्मार्ट मीटर पर मचा बवाल, जानें पूरा मामला

    मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटरों को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है, जिसने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया है. राज्य के कई जिलों में लगाए गए स्मार्ट मीटरों के पीछे पाकिस्तान से जुड़े कर्मचारियों की भागीदारी की खबरें आने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं.

    Madhya Pradesh Electricity Smart Meter Pakistan Connection
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    MP News: मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटरों को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है, जिसने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया है. राज्य के कई जिलों में लगाए गए स्मार्ट मीटरों के पीछे पाकिस्तान से जुड़े कर्मचारियों की भागीदारी की खबरें आने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं. इस मुद्दे ने न केवल जनता में चिंता बढ़ाई है, बल्कि राजनीतिक पार्टियों के बीच भी तीखी नोक-झोंक शुरू हो गई है. आइए विस्तार से जानें इस मामले की पूरी कहानी.

    मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटरों का विस्तार

    मध्य प्रदेश के 16 जिलों में कुल 3 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. इनमें भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग प्रमुख हैं. अकेले भोपाल में ही 1 लाख 62 हजार से ज्यादा मीटर लग चुके हैं. ये स्मार्ट मीटर बिजली की खपत को मॉनिटर करने और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए लगाए गए हैं, लेकिन अब इन्हें लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है.

    पाकिस्तान से जुड़े कर्मचारियों की भनक

    इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम ने साइबर अटैक की आशंका जाहिर की है. खबरों के अनुसार, मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका सऊदी अरब की एक कंपनी को दिया गया है, जिसमें उच्च पदों पर पाकिस्तानी नागरिक तैनात हैं. इस कंपनी का नाम अलफनार है, जो दुबई बेस्ड है. अलफनार ने मीटर इंस्टॉलेशन का काम बेंगलुरु की Esya सॉफ्ट कंपनी को सौंपा है, जिसका हेडक्वार्टर हाल ही में दुबई में स्थापित हुआ है. मध्य क्षेत्र में कुल 9 लाख मीटर लगाने का ठेका इस कंपनी को मिला है.

    बीजेपी का कड़ा रुख

    इस विवाद के बीच बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने बयान दिया कि स्मार्ट मीटर की जिम्मेदारी अरब की कंपनी है और इसमें पाकिस्तानी अधिकारी शामिल हैं. हमारी सरकार इस मामले पर गंभीरता से जांच करेगी. अगर पाक का कोई कर्मचारी शामिल होगा तो भारत और मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर नहीं लगेगा. हमारे सारे संबंध पाकिस्तान से खत्म हैं चाहे खेल हो या संस्कृति ही क्यों न हो. जब तक पाकिस्तान सुधरेगा नहीं तब तक किसी भी तरीके का बातचीत नहीं की जाएगी. भारत के नागरिकों के आदेश पर क्रिकेट भी बंद कर दिया. भारत के नागरिकों की एकजुटता बधाई की पात्र है.

    कांग्रेस का जोरदार विरोध

    मध्य प्रदेश की कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान से जुड़े कर्मचारियों का स्मार्ट मीटर लगाने में शामिल होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल के सेकंड नंबर स्टॉप पर बिजली कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की.

    जनता में बढ़ती चिंताएं

    स्मार्ट मीटरों के कारण बिजली बिलों में बढ़ोतरी और कई जगह मीटर ब्लास्ट होने की खबरों ने आम जनता में डर और असंतोष पैदा कर दिया है. उपभोक्ता इस बात को लेकर भी असंतुष्ट हैं कि देश में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए स्थानीय कंपनियों की बजाय विदेशी कंपनियों को काम क्यों दिया जा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान से जुड़े कर्मचारियों की मौजूदगी को लेकर भी जनता में भारी चिंता और सवाल उठ रहे हैं.  

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