उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले के रहीमाबाद क्षेत्र में गरीब रथ एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश को ट्रेन के चालक और रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता से समय रहते नाकाम कर दिया गया. अगर थोड़ी भी देर होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था. लेकिन चालक की समझदारी से बड़ा हादसा होने से टल गया.
क्या हुआ था?
जानकारी के अनुसार यह घटना मंगलवार सुबह करीब 2:43 बजे की है. सहरसा से आनंद विहार जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस (05577) लखनऊ की तरफ बढ़ रही थी, तभी दिलावर नगर और रहीमाबाद स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा लकड़ी का टुकड़ा (गुटका) रखा हुआ मिला. लकड़ी का टुकड़ा ढाई फीट लंबा और छह इंच मोटा था. इसके साथ-साथ हरे पेड़ों की डालियां और एक पीला गमछा, जिस पर ‘राम नाम’ लिखा था, भी वहां मौजूद थे. ट्रेन जैसे ही उस लकड़ी से टकराई, तेज आवाज हुई. चालक ने तुरंत ट्रेन रोकी और स्टेशन मास्टर को इसकी जानकारी दी.
तुरंत एक्शन में आए रेलवे कर्मचारी
सूचना मिलते ही गैंगमैन राजेश रंजन मौके पर पहुंचे और ट्रैक पर रखी सारी चीजें हटाईं ताकि कोई और ट्रेन हादसे का शिकार न हो. वहीं इस मामले में अब रहीमाबाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. बता दें कि RPF (रेलवे सुरक्षा बल) और यूपी पुलिस की टीम मिलकर जांच कर रही है. पुलिस इस साजिश को हर एंगल से जांच रही है और फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी. इलाके के CCTV कैमरे खंगाले जा रहे हैं ताकि संदिग्ध लोगों की पहचान की जा सके. अगर ट्रेन चालक की सतर्कता और रेलवे कर्मचारियों की तेजी न होती, तो यह घटना बहुत गंभीर हादसे में बदल सकती थी. रेलवे और पुलिस अब इस बात की जांच में जुटी है कि इस साजिश के पीछे कौन लोग शामिल थे और उनका मकसद क्या था.