राफेल की दहाड़ से कांपा पाकिस्तान! रात के अंधेरे में सुखोई, जगुआर और मिराज ने गंगा एक्सप्रेसवे पर की नाइट लैंडिंग

    देश की रक्षा तैयारियों में एक और ऐतिहासिक कदम तब दर्ज हुआ, जब भारतीय वायुसेना ने उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर "लैंड एंड गो" ऑपरेशन के तहत अपनी जबरदस्त ताकत का प्रदर्शन किया. इस अभ्यास में भारत की वायुसेना ने न केवल युद्धक विमानों की सटीक उड़ान और लैंडिंग क्षमता का प्रदर्शन किया.

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    Image Source: Social Media

    देश की रक्षा तैयारियों में एक और ऐतिहासिक कदम तब दर्ज हुआ, जब भारतीय वायुसेना ने उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर "लैंड एंड गो" ऑपरेशन के तहत अपनी जबरदस्त ताकत का प्रदर्शन किया. इस अभ्यास में भारत की वायुसेना ने न केवल युद्धक विमानों की सटीक उड़ान और लैंडिंग क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि आपदा प्रबंधन और युद्धकालीन जवाबी कार्रवाई की तत्परता भी दिखाई. वहीं, पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर उल्लंघन और कराची एयरस्पेस बंद करने जैसे कदम युद्ध की आहट का संकेत दे रहे हैं. बांग्लादेश के एक पूर्व सैन्य अधिकारी के भड़काऊ बयान ने हालात को और भी संवेदनशील बना दिया है.

    गंगा एक्सप्रेसवे पर एयरफोर्स का मेगा अभ्यास

    भारतीय वायुसेना ने 3.5 किलोमीटर लंबी उस विशेष पट्टी पर अभ्यास किया जिसे आपातकालीन हवाईपट्टी के रूप में तैयार किया गया है. इस अभूतपूर्व ऑपरेशन में राफेल, सुखोई-30 MKI, मिग-29, मिराज-2000, जगुआर, C-130J सुपर हरक्यूलिस, AN-32 ट्रांसपोर्ट विमान और MI-17 हेलिकॉप्टर्स जैसे अग्रिम पंक्ति के एयरक्राफ्ट शामिल हुए. अभ्यास दो चरणों में किया गया — दिन और रात. खास आकर्षण रहा ‘नाइट लैंडिंग’ ऑपरेशन, जिसमें रात के समय विमानों ने लैंडिंग और टेकऑफ कर भारतीय वायुसेना की क्षमता का लोहा मनवाया.

    कराची और लाहौर के ऊपर मंडरा रहा भारतीय हमले का डर

    पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस स्तर की सैन्य तैयारियां शुरू की हैं, उससे पाकिस्तान में हड़कंप है. भारत की संभावित एयरस्ट्राइक से डरे पाकिस्तान ने कराची और लाहौर का एयरस्पेस अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और कराची एयरबेस पर चीन से मंगाए गए 25 फाइटर जेट तैनात कर दिए हैं. कराची पर संभावित हमला पाकिस्तान की समुद्री सप्लाई चेन को पूरी तरह से तोड़ सकता है.

    इतिहास दोहराने को तैयार नौसेना और थल सेना

    1971 में भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत जबरदस्त हमला किया था, जिसकी गूंज पाकिस्तान आज भी नहीं भूला. अब फिर से भारतीय नौसेना INS विक्रांत जैसे एयरक्राफ्ट कैरियर और अडवांस वॉरशिप्स के साथ अरब सागर में मुस्तैद है. एंटी-शिप और एंटी-एयरक्राफ्ट फायरिंग अभ्यास लगातार हो रहे हैं. वहीं, थल सेना भी नियंत्रण रेखा (LoC) पर हाई अलर्ट पर है. कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा जैसे सीमावर्ती जिलों में स्कूलों तक में युद्धकालीन सुरक्षा ट्रेनिंग दी जा रही है.

    सीजफायर तोड़ रहा पाकिस्तान, लेकिन तैयार है भारत

    सीमा पर लगातार पाकिस्तान द्वारा रात में सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. भारतीय सेना ने हर मोर्चे पर जवाब देने की रणनीति तय कर ली है. बॉर्डर के गांवों में रहने वाले लोग भी अब सुरक्षा को लेकर जागरूक हैं और सीजफायर उल्लंघन के बीच सुरक्षित रहने की पूरी तैयारी कर चुके हैं.

    बांग्लादेश से मिली नई चुनौती?

    एक नई चिंता तब उभरी जब बांग्लादेश के पूर्व सैन्य अधिकारी फजलुर रहमान ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि “अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए. इसके लिए चीन के साथ संयुक्त सैन्य कार्रवाई होनी चाहिए.” रहमान बांग्लादेश के वर्तमान सलाहकार और चीन के करीबी माने जा रहे मोहम्मद यूनुस के करीबी हैं. हालांकि, बांग्लादेश सरकार ने बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत विचार है और इससे सरकार की नीति का कोई लेना-देना नहीं है.

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