ईरान झुकेगा नहीं...गुस्साए खामेनेई ने कहा- अमेरिका पलटना चाहता है सत्ता; खोल दिए कई राज!

    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने एक बार फिर अमेरिका को लेकर तीखा बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका की मंशा है कि ईरान उसकी शर्तों पर झुके और ऐसा शासन आए जो वॉशिंगटन के इशारों पर चले.

    Khamenei Says America wants to change ruling party in tehran
    Image Source: Social Media

    ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने एक बार फिर अमेरिका को लेकर तीखा बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका की मंशा है कि ईरान उसकी शर्तों पर झुके और ऐसा शासन आए जो वॉशिंगटन के इशारों पर चले. लेकिन खामेनेई ने दो टूक कहा  "ईरानी लोग कभी भी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करेंगे."

    यह बयान ऐसे वक्त आया है जब तेहरान और यूरोपीय नेताओं के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर बैठक की तैयारी चल रही है. अगले सप्ताह ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता होनी है.

    "हमारे दुश्मन ईरान को तोड़ना चाहते हैं" – खामेनेई का आरोप

    खामेनेई ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका और इजरायल की कोशिश है कि ईरान को भीतर से कमजोर किया जाए. उन्होंने कहा, "दुश्मनों की रणनीति है कि वे समाज में फूट डालें, लोगों के बीच अविश्वास पैदा करें और अस्थिरता का माहौल बनाएं. लेकिन वे यह नहीं जानते कि जब बात देश की सुरक्षा की होती है, तो ईरानी एक साथ खड़े हो जाते हैं." उन्होंने यह भी कहा कि ईरान को बांटने की यह रणनीति नई नहीं है, बल्कि बीते कुछ वर्षों से अमेरिका इसी नीति पर काम कर रहा है. उनका दावा है कि जून में इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमले और उसके बाद अमेरिकी कार्रवाई इसी साजिश का हिस्सा थे.

    12 दिवसीय संघर्ष के बाद आया यह बयान

    गौरतलब है कि 13 जून से 24 जून के बीच ईरान और इजरायल के बीच एक तीव्र सैन्य संघर्ष देखने को मिला था. इस दौरान अमेरिका ने इजरायल का साथ देते हुए ईरानी ठिकानों पर बमबारी की थी. खामेनेई ने कहा कि ये हमले सिर्फ सैन्य नहीं थे, बल्कि एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश थी — ईरान को दबाने की. उन्होंने दावा किया कि इन हमलों के तुरंत बाद यूरोप में अमेरिकी एजेंट्स ने गुप्त बैठकें कीं, जिनमें यह चर्चा हुई कि अगर तेहरान की सरकार गिरती है, तो ईरान में अगला शासन किसका होगा.

    "हमारे पास अपनी जनता की ताकत है"

    ईरान के सर्वोच्च नेता ने इस संकट से उबरने का श्रेय देश की जनता को देते हुए कहा कि 12 दिवसीय युद्ध के बाद ईरान और मजबूत होकर उभरा है. उन्होंने कहा, "हमारे दुश्मनों को उम्मीद थी कि हम टूट जाएंगे, लेकिन हमारी सेना, सरकार और नागरिकों ने एकता के साथ उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया."

    परमाणु वार्ता फिर से पटरी पर?

    खामेनेई का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब ईरान एक बार फिर अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर यूरोपीय देशों से बातचीत की तैयारी कर रहा है. हाल ही में इजरायल के हमले के बाद यह वार्ता स्थगित कर दी गई थी. अब उम्मीद है कि मंगलवार को ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा दोबारा शुरू होगी. तेहरान और वॉशिंगटन के बीच छठे दौर की परमाणु वार्ता इजरायली हस्तक्षेप के चलते रुक गई थी. अब खामेनेई की यह स्पष्ट चेतावनी अमेरिका और इजरायल को एक कड़ा संदेश माना जा रहा है कि ईरान झुकेगा नहीं.

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