स्कूल जाने से बचने के लिए झाड़ियों में छिपा बच्चा, नहर में ढूंढती रही पुलिस, 6 घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन

    Kanpur News: कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक छात्र स्कूल न जाने की जिद पर अड़ गया और इसके लिए उसने एक खतरनाक रास्ता अपनाया. पांचवीं कक्षा के छात्र रामकेश ने नहर के किनारे झाड़ियों में छिपकर अपने घरवालों को हैरान कर दिया.

    Kanpur student hiding in bushes insisting on not going to school
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    Kanpur News: कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक छात्र स्कूल न जाने की जिद पर अड़ गया और इसके लिए उसने एक खतरनाक रास्ता अपनाया. पांचवीं कक्षा के छात्र रामकेश ने नहर के किनारे झाड़ियों में छिपकर अपने घरवालों को हैरान कर दिया. परिवार को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और 6 घंटे लंबा सर्च ऑपरेशन चला. लेकिन अंततः बच्चा झाड़ियों में छिपा हुआ पाया गया, जिससे परिवारवालों को राहत मिली.

    स्कूल न जाने के लिए झाड़ियों में छिपा

    बिधनू थाना क्षेत्र के दलेलपुर गांव में रहने वाला रामकेश मंगलवार को घर से शौच के लिए निकला था. लेकिन उसकी मंशा कुछ और थी. स्कूल न जाने के लिए उसने गांव की पुलिया पर अपनी साइकिल छोड़ दी और नहर के किनारे झाड़ियों में छिपकर बैठ गया. काफी देर तक घर वाले उसे नहीं पाए, जिसके बाद उन्हें चिंता होने लगी. जब घरवालों को उसकी साइकिल नहर के पास पड़ी मिली, तो उनके दिलों में डर समा गया.

    6 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन की कहानी

    रामकेश के लापता होने की सूचना मिलते ही परिवार ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने नहर के किनारे सर्च ऑपरेशन शुरू किया. गोताखोरों, ग्रामीणों और पीएसी जवानों ने मिलकर एक-एक पल कीमती समझा और नहर के पानी में बच्चे को तलाशने का प्रयास किया. सर्च ऑपरेशन 6 घंटे तक चला, लेकिन फिर भी बच्चा कहीं दिखाई नहीं दिया, जिससे परिवार में और भी तनाव बढ़ गया.

    झाड़ियों में छिपा था रामकेश

    इसी दौरान एक गांव वाले ने देखा कि रामकेश की केप झाड़ियों में पड़ी हुई है. झाड़ियों में जब तलाशी ली गई तो रामकेश वहां छिपा हुआ मिला. पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित निकाला और उसे उसके घरवालों के पास भेज दिया. इस घटना के बाद घरवालों के चेहरे पर चिंता के बाद राहत की लहर दौड़ गई.

    पुलिस ने बच्चें को दी समझाइश

    रामकेश के मिलने के बाद पुलिस अधिकारियों ने उसे समझाया कि भविष्य में ऐसी हरकतें न करें. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अगर इस दौरान वह नहर में गिर जाता, तो उसकी जान को खतरा हो सकता था. घरवालों ने भी अब बच्चे को सिखाया कि कभी भी किसी कारणवश स्कूल न जाने के लिए ऐसा खतरनाक कदम न उठाए.

    परिवार में खुशी का माहौल

    रामकेश के सुरक्षित मिल जाने के बाद उसके परिवार में खुशी का माहौल था. परिवारवाले उसे गले लगाकर रो पड़े. यह घटना इस बात का प्रतीक है कि कभी-कभी बच्चों के शरारतपूर्ण कदम भी गंभीर परिणामों की ओर बढ़ सकते हैं, लेकिन सही समय पर मदद और राहत मिलने से जान की रक्षा की जा सकती है.

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