लंदन: भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को टीम इंडिया से अचानक रिलीज़ कर दिया गया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट के दूसरे दिन के शुरू होने से पहले ही इस फैसले की जानकारी दी. हालांकि, बोर्ड की तरफ से इस कदम के पीछे कोई आधिकारिक कारण सामने नहीं आया है, जिससे क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच कई सवाल उठने लगे हैं.
जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड दौरे पर कुल पांच टेस्ट में से केवल तीन ही खेलने का निर्णय लिया था. टीम के सहायक कोच रेयान टेन डोइशे ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि बुमराह के कार्यभार और फिटनेस को देखते हुए यह निर्णय लेना आवश्यक था. बुमराह ने इस दौरे की शुरुआत हेडिंग्ले टेस्ट से की थी, लेकिन एजबेस्टन में होने वाले दूसरे टेस्ट में वे बाहर रहे. इसके बाद उन्होंने लॉडर्स और ओल्ड टैफर्ड में दो और मैच खेले, जबकि निर्णायक पांचवें टेस्ट से पहले कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर ने बुमराह के खेलने को लेकर अंतिम निर्णय लेने में देरी की.
डोइशे ने मीडिया से बातचीत में कहा, “बुमराह जैसी प्रतिभा वाले खिलाड़ी को बाहर करना हमेशा कठिन होता है. लेकिन हमें उनके ऊपर पड़े भारी कार्यभार को समझना होगा. भले ही उन्होंने केवल तीन टेस्ट मैच खेले हों, लेकिन उन्होंने काफी ओवर फेंके हैं और उनकी फिटनेस को ध्यान में रखते हुए हम इस फैसले पर पहुँचे.”
क्या बुमराह खुद मैच चुन रहे हैं?
ओवल की हरी-भरी पिच पर बुमराह का योगदान महत्वपूर्ण होता, लेकिन उनकी रिलीज़ को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे अपने चोटिल अतीत को ध्यान में रखते हुए मैच चुन रहे हैं. इस बारे में डोइशे ने स्पष्ट किया कि बुमराह ने दौरे से पहले ही अपनी उपलब्धता तीन मैच तक सीमित कर दी थी और यह निर्णय पूरी टीम प्रबंधन के बीच सहमति से लिया गया था. उन्होंने कहा, “यह कहना गलत होगा कि बुमराह अपने अनुसार मैच चुन रहे हैं. उन्होंने हमें बताया था कि वे तीन टेस्ट मैच ही खेलेंगे और हमने उन्हें यह मौका दिया कि वे स्वयं तय करें कि वे कौन से मैच खेलना चाहते हैं.”
टीम मैनेजमेंट का संतुलित फैसला
डोइशे ने यह भी बताया कि टीम में कुल 18 खिलाड़ी हैं, इसलिए ऐसे खिलाड़ियों पर ध्यान देना जरूरी होता है जो लगातार टीम का हिस्सा तो हैं लेकिन मैच में नहीं खेल पा रहे. उन्होंने कहा, “हम सभी निर्णय टीम के सर्वोत्तम हित में लेते हैं. उन खिलाड़ियों को भी सम्मान देना जरूरी है जो बाहर रहते हुए भी टीम के लिए प्रेरणा और समर्थन का काम करते हैं.”
बुमराह की फिटनेस पर क्या है स्थिति?
जसप्रीत बुमराह पिछले कुछ सालों में लगातार चोटों से जूझते रहे हैं, जो उनकी उपलब्धता और प्रदर्शन पर असर डालते रहे हैं. इस कारण से टीम प्रबंधन भी उनकी फिटनेस को लेकर बेहद सतर्क रहा है और खिलाड़ी के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है. बुमराह ने खुद भी अपने खेल को लेकर सतर्कता बरती है और अपने करियर को लंबा और सफल बनाने के लिए समझदारी से कदम उठा रहे हैं.
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