'सभी लोग डरे हुए हैं... हम घर नहीं जा पा रहे', सहम गए वैष्णो देवी में फंसे श्रद्धालु; सुनाई आपबीती

    जम्मू-कश्मीर में मानसून का प्रकोप इस बार बेहद भयावह रूप ले चुका है. लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के चलते जम्मू के अर्धकुंवारी इलाके में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया, जिसमें अब तक 33 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.

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    Image Source: ANI

    जम्मू-कश्मीर में मानसून का प्रकोप इस बार बेहद भयावह रूप ले चुका है. लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के चलते जम्मू के अर्धकुंवारी इलाके में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया, जिसमें अब तक 33 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. इस त्रासदी के बाद वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, जिससे हजारों श्रद्धालु रास्तों में फंसे हुए हैं.

    हादसे के बाद कई इलाकों में मलबा जमा हो गया है, जिससे कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक जाने वाले मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो चुके हैं. नतीजतन, श्रद्धालु अर्धकुंवारी और आस-पास के इलाकों में फंस गए हैं. कुछ लोग अपनों से बिछड़ गए हैं और उनका कोई सुराग नहीं मिल रहा. एक श्रद्धालु ने बताया, "हम पांच लोग साथ आए थे, लेकिन अब मैं उन्हें कल से ढूंढ रहा हूं. कुछ भी पता नहीं चल पा रहा."

    वैष्णो देवी यात्रा पर रोक

    त्रिकुटा पहाड़ियों पर भूस्खलन के बाद प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर माता वैष्णो देवी यात्रा को रोकने का निर्णय लिया है. रामबन, जो जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाला संवेदनशील जिला है, वहां भी लगातार बारिश से हालात चिंताजनक बने हुए हैं.

     

    PM मोदी ने जताया दुख

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे को दुखद बताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण हुई जनहानि अत्यंत दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रशासन लगातार राहत कार्य में जुटा है.”

    प्रशासन अलर्ट मोड पर

    रामबन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण गुप्ता ने जानकारी दी कि स्थिति काफी गंभीर है. उन्होंने कहा लगातार बारिश के कारण नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. हमने कई इलाकों में लोगों को रेस्क्यू किया है और पुलिस चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. हमारी टीमें सभी जरूरी उपकरणों के साथ तैयार हैं.

    फंसे श्रद्धालुओं की व्यथा

    कटरा में फंसी एक श्रद्धालु राजकुमारी देवी ने बताया हम बिहार के मोतिहारी से आए थे. दर्शन तो हो गए लेकिन अब घर नहीं लौट पा रहे. ट्रेनें रद्द हो चुकी हैं. हादसे से डर लग रहा है. एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, "हम दर्शन कर लौट रहे थे, तभी पहाड़ खिसक गया... रास्ता बंद हो गया... चार घंटे बाद दूसरा रास्ता खुला तो हम नीचे उतर पाए...

    नेशनल हाईवे बंद

    जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, जो कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र ऑल-वेदर रोड है, वह रामबन के पास भारी मलबा गिरने के कारण पूरी तरह बंद हो चुका है. इससे ट्रैफिक पूरी तरह ठप है और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

    आने वाले घंटे बेहद संवेदनशील

    प्रशासन की ओर से बताया गया है कि तारकोट मार्ग को वैकल्पिक रास्ते के रूप में खोला गया है, जिससे श्रद्धालुओं को निकाला जा सके. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है. लोगों से अपील की गई है कि वे नदियों, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और तीव्र बहाव वाले इलाकों से दूर रहें.

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