हूती के खात्मे पर उतारू इजराइल! होदेइदाह पोर्ट पर किया बड़ा हवाई हमला

    Israel Yemen conflict: इजराइल द्वारा गाजा, लेबनान और सीरिया में हमलों के बीच, अब उसका सबसे बड़ा खतरा ईरान के बाद यमन के हूतियों से उत्पन्न हो गया है. इन हमलों के बाद, इजराइल का ध्यान हूतियों पर आकर केंद्रित हो गया है.

    Israel Yemen conflict again targeted houthis hodeidah port
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    Israel Yemen conflict: इजराइल द्वारा गाजा, लेबनान और सीरिया में हमलों के बीच, अब उसका सबसे बड़ा खतरा ईरान के बाद यमन के हूतियों से उत्पन्न हो गया है. इन हमलों के बाद, इजराइल का ध्यान हूतियों पर आकर केंद्रित हो गया है, जिन्होंने लाल सागर में स्थित इजराइल के महत्वपूर्ण पोर्ट को गंभीर रूप से बाधित कर दिया है. इसके बाद इजराइल ने अमेरिका की मदद के बिना हूतियों पर आक्रमण करना शुरू कर दिया है, जिससे यह संकट और बढ़ गया है.

    इजराइली मीडिया के अनुसार, सोमवार को इजराइली वायु सेना ने यमन के होदेइदाह क्षेत्र समेत पश्चिमी तट पर कई हवाई हमले किए. इस हमले की खास बात यह रही कि इजराइल ने इन हमलों से पहले किसी तरह की चेतावनी नहीं दी, जो आमतौर पर उसकी रणनीति का हिस्सा होता था. यह बदलाव इजराइल की सख्त नीति को दर्शाता है, जिसमें अब पूर्व सूचना दिए बिना अचानक हमला किया गया है. मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एक संकेत था कि इजराइल अब ज्यादा निर्णायक और बिना किसी पूर्व चेतावनी के कार्रवाई करने के लिए तैयार है.

    हूतियों के हमले से बढ़ी तनाव की स्थिति

    गाजा से हूतियों द्वारा इजराइल पर हमलों के समर्थन में किए गए हमले के बाद, इजराइल ने यह अपनी बारहवीं बार यमन पर हमला किया. यह स्पष्ट संकेत है कि इजराइल हूतियों को भी हिजबुल्लाह की तरह पूरी तरह से नष्ट करना चाहता है, ताकि वह किसी भी प्रकार के नए खतरे से बच सके. इस हमले ने इजराइल को और भी गंभीर स्थिति में डाल दिया है, और उसकी सैन्य कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है.

    यमनी एयर डिफेंस ने की जवाबी कार्रवाई

    इजराइल के हमलों के जवाब में, यमनी एयर डिफेंस ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की. हालांकि, इसमें उनकी सफलता के बारे में पूरी जानकारी सामने नहीं आई है. 7 जुलाई को यमनी वायु सेना ने इजराइल के द्वारा होदेइदाह, सालिफ़ और रास ईसा में किए गए हमलों को विफल कर दिया था, जहां इजराइल ने प्रमुख बंदरगाहों को निशाना बनाने का प्रयास किया था. यमनी सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागी, जिसने इजराइली विमानों के पहले हमले को विफल किया. इसके परिणामस्वरूप, इजराइल के 10 युद्धक विमान अपने मिशन को पूरा करने से पहले ही यमनी हवाई क्षेत्र से वापस लौटने के लिए मजबूर हो गए.

    इजराइल की बदलती रणनीति

    यमनी हूतियों पर हमला करने में नाकाम रहने के बाद, इजराइल ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. अब इजराइल पूर्व चेतावनियां छोड़कर सीधी कार्रवाई करने का निर्णय ले रहा है. यह कदम इजराइल की नीति में बड़े बदलाव को दर्शाता है, जिसमें मनोवैज्ञानिक और प्रचार रणनीतियों में भी परिवर्तन किया गया है. इजराइली मीडिया का कहना है कि अब इजराइल अपनी सैन्य कार्यवाही में और भी कठोर और निर्णायक होने की दिशा में बढ़ रहा है.इस घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि इजराइल हूतियों से निपटने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, चाहे इसके लिए उसे अपनी रणनीति को पूरी तरह से बदलना ही क्यों न पड़े.

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