इजरायल ने बनाया Arrow 4 एयर डिफेंस सिस्टम, पलक झपकते ही राख में मिला देगा ईरान की मिसाइलें? जानें ताकत

    इजरायल ने एरो-4 एयर डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जो अब बहुत जल्द देश की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा. यह सिस्टम आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से विकसित किया गया है, जिससे इजरायल की सुरक्षा को एक नई दिशा मिलेगी.

    israel developed arrow-4 air defence system set to neutralize any global hypersonic missile
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    तेल अवीव: इजरायल ने एरो-4 एयर डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जो अब बहुत जल्द देश की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा. यह सिस्टम आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से विकसित किया गया है, जिससे इजरायल की सुरक्षा को एक नई दिशा मिलेगी. इस नई मिसाइल डिफेंस प्रणाली के बारे में इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के सीईओ बोआज लेवी ने पुष्टि की है कि Arrow-4 की तैनाती अब सिर्फ समय की बात है.

    Arrow-4 की खासियत

    Arrow-4, Arrow-3 का अगला और एडवांस वर्जन है. इसे खासतौर पर छोटे रेंज पर उच्च सटीकता के साथ बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है. इसका उद्देश्य इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम में मौजूद किसी भी कमजोर कड़ी को समाप्त करना है, ताकि दुश्मन के हमले से देश की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके. Arrow-4 को “शूट-लुक-शूट” ऑपरेशनल थ्योरी के आधार पर तैयार किया गया है, जिसका मतलब है कि यह लॉन्च के बाद अपने लक्ष्य की दिशा में सुधार करते हुए उसे अधिक प्रभावी तरीके से नष्ट कर सकता है.

    हाइपरसोनिक और एडवांस बैलिस्टिक मिसाइलों से मुकाबला

    Arrow-4 की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें नई वॉरहेड टेक्नोलॉजी और बेहतर सीकर सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह हाइपरसोनिक और एडवांस बैलिस्टिक मिसाइलों का भी मुकाबला करने में सक्षम होगा. रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने हाल ही में ईरान के खिलाफ एडवांस बैलिस्टिक मिसाइलों का सामना किया था. इस संघर्ष के दौरान इजरायल ने 85 प्रतिशत मिसाइलों को इंटरसेप्ट किया, लेकिन फिर भी 50 मिसाइलें देश में गिरी, जिससे भारी तबाही मची. ऐसे में Arrow-4 की तैनाती से इन मिसाइलों के खिलाफ एक और प्रभावी सुरक्षा कवच तैयार होगा.

    इजरायल का रणनीतिक कदम

    इजरायल का एरो-4 सिस्टम, पहले से ही दुनिया की सबसे प्रभावी एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के रूप में स्थापित है. इस प्रणाली में Arrow-2 और Arrow-3 मिसाइलों को शामिल किया गया है, जो 3 किमी/सेकंड तक की गति से आने वाली मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में सक्षम हैं. अब Arrow-4 के जुड़ने से यह नेटवर्क और भी मजबूत हो जाएगा. इस सिस्टम में हाइपरसोनिक मिसाइलों को समाप्त करने की क्षमता होगी और इसमें मिड-कोर्स करेक्शन तकनीक का उपयोग किया जाएगा.

    अमेरिका और इजरायल की साझेदारी

    Arrow-4 के विकास की शुरुआत 2021 में हुई थी, जब इजरायल और अमेरिका ने मिलकर इसके ज्वाइंट डेवलपमेंट की घोषणा की थी. यह दोनों देशों के बीच तकनीकी साझेदारी का एक बेहतरीन उदाहरण है. इस साझेदारी से तकनीकी उन्नति के साथ-साथ सुरक्षा के क्षेत्र में भी नए आयाम जुड़ेंगे. इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के मुताबिक, Arrow-4 को इजरायली सेना में शामिल होने में दो साल का समय लगेगा, लेकिन इसके तैनात होते ही यह देश के डिफेंस सिस्टम को और भी प्रभावी बनाएगा.

    Arrow-4 का भविष्य और इजरायल की सुरक्षा

    Arrow-4 की तैनाती के बाद, इजरायल को सुरक्षा के एक और मजबूत परत मिलेगी. इसमें पहले से ही Arrow-2 और Arrow-3 शामिल हैं, और Arrow-4 इनकी क्षमता को और भी बढ़ाएगा. इसके अलावा, इजरायल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज का कहना है कि वे एरो-5 पर भी काम कर रहे हैं, जो Arrow-3 की जगह लेगा और अत्यधिक एडवांस बैलिस्टिक मिसाइल खतरों को नष्ट करने में सक्षम होगा. 

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