'कैंसर जैसा ट्यूमर है इजराइल, अमेरिका के कहने पर सब करता है', नेतन्याहू के देश पर फायर हुए खामेनेई

    हाल ही में ईरान और इजरायल के बीच हुई सैन्य झड़पों के बाद एक सीजफायर लागू किया गया है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच जुबानी हमले थमने का नाम नहीं ले रहे. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को इजरायल पर तीखा हमला बोलते हुए इसे एक "कैंसर जैसे ट्यूमर" से जोड़ दिया.

    Israel and Iran Khamenei says israel is cancerous tumor
    Image Source: Social Media

    हाल ही में ईरान और इजरायल के बीच हुई सैन्य झड़पों के बाद एक सीजफायर लागू किया गया है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच जुबानी हमले थमने का नाम नहीं ले रहे. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को इजरायल पर तीखा हमला बोलते हुए इसे एक "कैंसर जैसे ट्यूमर" से जोड़ दिया, जिसे समाप्त करना आवश्यक है. खामेनेई ने इजरायल को अमेरिकी प्रभाव में बंधा हुआ एक "कुत्ता" करार देते हुए उसकी कार्यप्रणाली पर कड़ी आलोचना की.

    अमेरिका और इजरायल पर कड़ी टिप्पणी

    खामेनेई ने इजरायल के साथ-साथ अमेरिका को भी अपनी आलोचनाओं का शिकार बनाया. उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल से लड़ने में कोई बुराई नहीं है, और ईरान को इस संघर्ष से पीछे नहीं हटना चाहिए. उनके अनुसार, भले ही वर्तमान में सीजफायर लागू है, लेकिन इजरायल पर भरोसा करना मुमकिन नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इजरायल की तरफ से ईरान पर कोई हमला किया गया तो ईरान सख्ती से जवाब देगा.

    सीजफायर के बाद की स्थिति

    ईरान और इजरायल के बीच पिछले महीने हुई 12 दिनों की जंग के बाद सीजफायर का ऐलान किया गया था. इस दौरान, अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था, जिसके बाद अमेरिका ने दावा किया कि ईरान का यूरेनियम भंडार कम हो गया है. इसके बावजूद इजरायली एजेंसियों का कहना है कि ईरान के पास अब भी पर्याप्त भंडार है, जिससे वह फिर से अपने परमाणु कार्यक्रम को गति दे सकता है.

    इजरायल की नई रणनीतियाँ

    सीजफायर के बावजूद इजरायल ने अपने हमलों का दायरा बढ़ा दिया है. उसने सीरिया और लेबनान पर हमला किया है और गाजा में स्थिति की कोई स्थिरता नहीं बन पाई है. इजरायल ने एक खतरनाक प्रस्ताव भी रखा है, जिसमें उसने कहा है कि अगर गाजा में रहने वाले लोग दक्षिणी इलाके में सीमित हो जाएं, तो युद्ध को रोका जा सकता है. यह प्रस्ताव दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है, क्योंकि गाजा में नागरिकों की बड़ी संख्या है, और इस तरह का कदम कई मानवाधिकार संगठनों द्वारा आलोचना का कारण बन सकता है.

    ईरान की प्रतिक्रिया और भविष्य की रणनीति

    ईरान ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर उसे फिर से हमला झेलना पड़ा तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा. खामेनेई का बयान इस ओर इशारा करता है कि ईरान भविष्य में अपनी सैन्य ताकत का इस्तेमाल करने में संकोच नहीं करेगा. फिलहाल, सीजफायर की स्थिति बनी हुई है, लेकिन दोनों देशों के बीच शांति की कोई स्थिर प्रक्रिया नजर नहीं आ रही है.

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