तेल अवीव/नई दिल्ली: भारत और इजरायल के रिश्ते एक बार फिर मजबूती की नई ऊंचाई पर पहुंचते दिख रहे हैं. हाल ही में इजरायल ने भारत को अपना "प्रमुख रणनीतिक सहयोगी" करार देते हुए कठिन समय में साथ निभाने के लिए खुले तौर पर आभार जताया है. इजरायली रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर भारत के साथ रक्षा और रणनीतिक सहयोग को लेकर अहम चर्चाओं की जानकारी दी है.
भारत दौरे पर थे इजरायली रक्षा मंत्रालय के अधिकारी
इजरायल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक, मेजर जनरल (रि.) अमीर बरम, 22 और 23 जुलाई को दो दिवसीय भारत यात्रा पर थे. इस दौरान उन्होंने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की.
इजरायली रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को नई दिशा देने वाली साबित हुई है. अमीर बरम ने कहा, "भारत हमारे लिए सिर्फ एक साझेदार नहीं, बल्कि एक ऐसा मित्र है जिसने हर कठिन वक्त में साथ दिया है. अब समय है कि हम मिलकर अपने रक्षा और औद्योगिक संबंधों को और गहराई दें."
रक्षा साझेदारी के विस्तार पर बनी सहमति
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने भी बैठक को ‘महत्वपूर्ण और सकारात्मक’ करार देते हुए कहा कि दोनों देश रक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक साझेदारी के लिए संस्थागत ढांचे को विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे. इसके साथ ही रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग और तकनीकी आदान-प्रदान पर भी चर्चा हुई.
कूटनीतिक भरोसे का संदेश
बरम की इस यात्रा के दौरान भारत ने इजरायल को यह साफ संकेत दिया है कि वर्तमान वैश्विक और क्षेत्रीय चुनौतियों के बीच भारत उसका मजबूत कूटनीतिक और आर्थिक साझेदार बना रहेगा. इस भरोसे को और पुख्ता किया दिल्ली के मेयर इकबाल सिंह बैंस ने, जिन्होंने भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजर से मुलाकात कर भारत की ‘इजरायल के साथ एकजुटता’ को दोहराया.
क्या है इसका व्यापक असर?
भारत और इजरायल के बीच:
जैसे क्षेत्रों में पहले से ही मजबूत तालमेल है. इस नई पहल से यह सहयोग और गहराने की उम्मीद है.
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