खत्म नई हुई इजराइल-ईरान के बीच की जंग! बदला लेने के मूड है खामेनेई; बड़े मिशन की चल रही तैयारी

    मध्य पूर्व में शांति की कोशिशें अब बेहद नाजुक दौर में पहुंच चुकी हैं. ईरान और इज़राइल के बीच कुछ दिन पहले हुआ संघर्ष भले ही एक सीज़फायर पर जाकर थमा हो, लेकिन अब जो संकेत मिल रहे हैं, वे किसी बड़े युद्ध की आहट दे रहे हैं.

    Iran and Israel War is preparing for big mission will take revenge from israel
    Image Source: Social Media

    मध्य पूर्व में शांति की कोशिशें अब बेहद नाजुक दौर में पहुंच चुकी हैं. ईरान और इज़राइल के बीच कुछ दिन पहले हुआ संघर्ष भले ही एक सीज़फायर पर जाकर थमा हो, लेकिन अब जो संकेत मिल रहे हैं, वे किसी बड़े युद्ध की आहट दे रहे हैं. सैटेलाइट तस्वीरों और खुफिया रिपोर्ट्स से यह खुलासा हुआ है कि सीज़फायर के महज तीन दिन बाद ही ईरान ने अपने अंडरग्राउंड न्यूक्लियर साइट्स पर गतिविधियां फिर शुरू कर दी हैं.

    परमाणु केंद्र दोबारा एक्टिव, ट्रंप का बयान

    अमेरिकी प्रशासन और खुफिया एजेंसियों को जैसे ही इस जानकारी का पता चला, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भड़क उठे. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर ईरान ने फिर से एटमी बम बनाने की कोशिश की, तो “उसका वजूद मिटा देंगे.” ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर ईरान अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण एजेंसियों को सहयोग नहीं करता, तो अमेरिका हमले में देर नहीं करेगा.

    तीन एटमी साइटों पर फिर से गतिविधियां शुरू

    सैटेलाइट इमेजरी में तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स – इस्फहान, फोर्दो और नतांज – पर फिर से हलचल दिखाई दी है. इस्फहान न्यूक्लियर सेंटर: 26 जून को बंद दिख रहा यह साइट 27 जून की तस्वीर में सक्रिय दिखा. फोर्डो साइट अमेरिका द्वारा बंकर बस्टर बम से निशाना बनाए गए इस सेंटर पर अब मरम्मत का काम तेज़ी से चल रहा है. भारी मशीनें और खुदाई साफ दिख रही हैं. इजरायली मीडिया के अनुसार, यहां भी संवर्धन गतिविधियां फिर शुरू हो चुकी हैं. यूरोपियन यूनियन की इंटेलिजेंस एजेंसियों और अमेरिकी सूत्रों ने पुष्टि की है कि ईरान के पास अब भी 408 किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम मौजूद है, जो भविष्य में परमाणु हथियार निर्माण के लिए पर्याप्त है.

    IAEA निरीक्षण पर टकराव, परमाणु संधि से अलग हो सकता है ईरान

    ट्रंप ने मांग की है कि IAEA या किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्था को ईरान के न्यूक्लियर साइट्स का निरीक्षण करने की अनुमति दी जाए. लेकिन ईरान इस मांग को सिरे से खारिज कर चुका है, जिससे तनाव और बढ़ गया है. माना जा रहा है कि ईरान परमाणु अप्रसार संधि (NPT) से बाहर निकलने पर विचार कर सकता है, जो वैश्विक स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है.

    अमेरिका की नई सैन्य तैनाती और इरादे साफ

    कतर स्थित अल-उदैद एयरबेस पर अमेरिका ने अपने ऑयल टैंकर और युद्धक विमान फिर से तैनात कर दिए हैं. अमेरिकी नागरिकों को ईरान तत्काल छोड़ने की सलाह दी गई है. अमेरिकी बमवर्षक B-2 और GBU-57 जैसे बंकर बस्टर बमों की तैनाती फिर से तेज़ हो रही है.

    क्या जल्द टूटेगा सीजफायर?

    सभी घटनाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि सीजफायर अब बेहद अस्थिर हो गया है. अगर ईरान अपनी मौजूदा गतिविधियां नहीं रोकता, तो अमेरिका और इजरायल का अगला कदम निश्चित तौर पर सीधे सैन्य हमले का हो सकता है. और यही वो बिंदु होगा, जहां से तीसरे विश्व युद्ध जैसी स्थिति का जन्म हो सकता है.

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