देश की सबसे बड़ी बजट एयरलाइन इंडिगो इन दिनों अपने अब तक के सबसे कठिन ऑपरेशनल दौर से गुजर रही है. हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाएं अचानक बिगड़ गई हैं, क्योंकि पिछले एक महीने में एयरलाइन को बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. DGCA की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि इंडिगो का पूरा संचालन लगातार दबाव में है और इसका सीधा असर फ्लाइट टाइमिंग्स से लेकर सर्विस क्वालिटी तक दिखाई देने लगा है.
DGCA के अनुसार, नवंबर के दौरान इंडिगो ने कुल 1232 उड़ानें रद्द कीं. इनमें से सबसे ज्यादा 755 फ्लाइट्स क्रू की उपलब्धता में कमी और नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों की वजह से प्रभावित हुईं. इसके अलावा एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम की दिक्कतों, कई एयरपोर्ट्स पर लगाए गए प्रतिबंधों और कुछ अंदरूनी तकनीकी कारणों के चलते भी उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. लगातार रद्दीकरण के चलते एयरलाइन की ऑन-टाइम परफॉर्मेंस भी बुरी तरह गिर गई है. अक्टूबर में जहां OTP 84 फीसदी से ऊपर था, वहीं नवंबर में यह घटकर सिर्फ 67.70 फीसदी रह गया.