बर्मिंघम: भारत ने एजबेस्टन मैदान पर रविवार को टेस्ट क्रिकेट में अपनी अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए इतिहास रच दिया. 25 वर्षीय कप्तान शुभमन गिल की अगुआई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 336 रनों के बड़े अंतर से हराया, जो टेस्ट में भारत की सबसे बड़ी रनों से जीत है.
यह जीत न सिर्फ आंकड़ों में बड़ी थी, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से भी अहम रही—क्योंकि भारत ने उस एजबेस्टन मैदान पर इंग्लैंड को पहली बार हराया, जहां वह अब तक आठ टेस्ट में सात बार हार चुका था.
मैच का सारांश: दबदबे वाली जीत
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 587 रन बनाए और फिर इंग्लैंड की पहली पारी को 407 रन पर समेट दिया. दूसरी पारी में भारत ने 427/6 पर पारी घोषित कर इंग्लैंड को 608 रन का लक्ष्य दिया. इंग्लैंड दूसरी पारी में सिर्फ 271 रन ही बना सका.
भारत की जीत का अंतर: 336 रन
पिछले रिकॉर्ड: 1986 में श्रीलंका के खिलाफ 279 रनों की जीत (कप्तान: कपिल देव)
सीरीज़ स्कोर: अब भारत-इंग्लैंड 1-1 से बराबर
शुभमन गिल: नेतृत्व और लय का संयोजन
कप्तान गिल ने मैच में शानदार बल्लेबाजी की और दोनों पारियों में शतक जमाकर अपनी नेतृत्व क्षमता को प्रदर्शन से सिद्ध किया:
गिल की पारियों ने भारत को दोनों पारियों में मजबूत स्थिति में पहुंचाया और विपक्षी गेंदबाजी को बेअसर कर दिया.
तेज गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारतीय गेंदबाजों ने खासकर अनुभवहीन आकाश दीप के नेतृत्व में इंग्लैंड की बल्लेबाजी पर पूरा दबाव बनाए रखा:
पहली पारी:
दूसरी पारी:
जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति में यह प्रदर्शन और भी उल्लेखनीय रहा.
भारत की पहली पारी: गिल का दोहरा शतक
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनने वाला इंग्लैंड भारत के शीर्ष क्रम से पूरी तरह अप्रभावित रहा. भारत ने 587 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया.
निचले क्रम ने भी उपयोगी रन जोड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया.
इंग्लैंड की पहली पारी: ब्रूक और स्मिथ की जुझारू पारी
ब्रुक (158) और स्मिथ (नाबाद 184) की पारियों ने इंग्लैंड को फॉलो-ऑन से बचा लिया, पर टीम पूरी तरह बैकफुट पर रही.
टॉप ऑर्डर फिर भी नाकाम रहा:
भारतीय तेज़ गेंदबाजों ने पहले ही दिन से लय पकड़ ली थी और लगातार सफलता दिलाते रहे.
दूसरी पारी में आक्रामक खेल
भारत ने दूसरी पारी में 180 रनों की बढ़त के साथ आक्रामक बल्लेबाजी की और 427/6 पर पारी घोषित की. एक बार फिर शुभमन गिल ने शतक जड़कर अपनी निरंतरता साबित की.
भारत ने इंग्लैंड को एक ऐसा लक्ष्य दिया जो मानसिक रूप से दबाव बनाने के लिए पर्याप्त था.
इंग्लैंड की दूसरी पारी: लक्ष्य के दबाव में ढेर
608 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम कभी मुकाबले में दिखी ही नहीं. सिर्फ जेमी स्मिथ (88) और कुछ निचले क्रम की साझेदारियों के अलावा कोई बल्लेबाज टिक नहीं सका.
भारत के गेंदबाजों ने लगातार आक्रमण किया, जिसकी अगुवाई एक बार फिर आकाश दीप ने की, जिन्होंने फाइव विकेट हॉल पूरा किया.
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