इस बार अरब सागर में नौसेना दिवस मनाएगी इंडियन नेवी, दिखाएगी अपनी ताकत, चीन-पाकिस्तान के लिए चेतावनी!

    भारतीय नौसेना इस साल का नेवी डे (Navy Day) अरब सागर में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के तट पर आयोजित करने जा रही है.

    This time Indian Navy will celebrate Navy Day in the Arabian Sea
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ ANI

    नई दिल्ली: भारतीय नौसेना इस साल का नेवी डे (Navy Day) अरब सागर में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के तट पर आयोजित करने जा रही है. यह फैसला सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक स्पष्ट रणनीतिक संदेश है—खासतौर पर पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों के लिए, जिनके खिलाफ भारतीय नौसेना पहले भी निर्णायक कार्रवाइयों को अंजाम दे चुकी है.

    इस बार अरब सागर क्यों?

    हर साल 4 दिसंबर को मनाए जाने वाले नेवी डे का आयोजन इस बार बंगाल की खाड़ी के बजाय अरब सागर में किया जा रहा है. यह स्थान सिर्फ भौगोलिक रूप से नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से भी बेहद अहम है. तिरुवनंतपुरम को चुने जाने के पीछे यह सोच है कि भारत की नौसैनिक शक्ति को देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखाया जाए और अरब सागर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में भारत की मजबूत मौजूदगी का अहसास कराया जाए.

    पिछले साल कहां हुआ था आयोजन?

    2023 में नेवी डे का आयोजन पुरी तट (बंगाल की खाड़ी) पर किया गया था. यह सिलसिला अब आगे बढ़ाते हुए इस बार दक्षिण-पश्चिम समुद्री सीमा पर नौसेना का शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा.

    नेवी डे का महत्व क्या है?

    नेवी डे भारतीय नौसेना की वीरता और रणनीतिक ताकत का प्रतीक है. यह 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' की सफलता की याद में मनाया जाता है. इस ऑपरेशन में भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर जोरदार हमला कर उसे भारी नुकसान पहुंचाया था. कराची बंदरगाह में कई दिन तक आग लगी रही थी, और यह हमला पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका साबित हुआ था.

    क्या होता है नेवी डे में?

    इस दिन भारतीय नौसेना के युद्धपोत, पनडुब्बियां, मरीन कमांडो और लड़ाकू विमान अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं. जनता के लिए खुला यह आयोजन स्कूली बच्चों, युवाओं और रक्षा मामलों में रुचि रखने वालों के लिए प्रेरणादायक अनुभव होता है. इस मौके पर नौसेना अपने आधुनिक हथियारों, टेक्नोलॉजी और युद्धक रणनीतियों का भी खुलासा करती है.

    ऑपरेशन सिंदूर और अब की तैयारी

    हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी. उस समय की स्थितियों ने यह साफ कर दिया था कि अगर ज़रूरत पड़ी, तो नौसेना पाकिस्तान के समुद्री ठिकानों को निशाना बना सकती है. ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना की निगरानी और दबदबे के चलते पाकिस्तान के युद्धपोत समुद्र में आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं कर सके.

    पाकिस्तान को सीधा संकेत

    इस साल तिरुवनंतपुरम में आयोजित होने वाला नेवी डे, भारत की रणनीतिक सोच को और साफ करता है—देश की समुद्री सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं, और अगर ज़रूरत पड़ी तो भारतीय नौसेना दुश्मन के दरवाज़े तक पहुंच सकती है.

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