नई दिल्ली: भारत ने सीमावर्ती सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनज़र रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए ‘इमरजेंसी प्रोक्योरमेंट’ के तहत अमेरिका से अत्याधुनिक हेलफायर R9X मिसाइल सिस्टम (जिसे आमतौर पर "V-Sword" कहा जाता है) खरीदने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही 48 विशेष लॉन्चर और नाइट विजन उपकरण भी खरीदे जाएंगे.
इस फैसले को ऐसे वक्त लिया गया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं, और आतंकवाद से निपटने के लिए सटीक और सीमित प्रभाव वाली सैन्य तकनीकों की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
'V-Sword' मिसाइल सिस्टम की खासियत
‘V-Sword’ एक विशेष प्रकार की निर्देशित मिसाइल है, जिसे हेलफायर R9X भी कहा जाता है. यह मिसाइल पारंपरिक विस्फोटक के बजाय छह तेज़धार ब्लेड के ज़रिए लक्ष्य को निष्क्रिय करती है. यह तकनीक विशेष रूप से उन परिस्थितियों के लिए विकसित की गई है जहां लक्ष्य आम नागरिकों के बीच छिपा होता है और सटीकता अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है.
सटीक निशाना: मिसाइल ड्रोन से लॉन्च की जाती है और यह लक्ष्य पर बिना विस्फोट के वार करती है.
न्यूनतम कोलेटरल डैमेज: ब्लेड आधारित प्रणाली के कारण आसपास मौजूद लोगों या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं होता.
ड्रोन-कमेटिबल: इसे आमतौर पर MQ-9 Reaper जैसे ड्रोन के ज़रिए लॉन्च किया जाता है.
अमेरिका की टेस्टेड टेक्नोलॉजी: अल-कायदा के नेता अयमान अल-जवाहिरी को इसी मिसाइल से अफगानिस्तान में मारा गया था.
भारत के लिए यह मिसाइल क्यों महत्वपूर्ण?
सीमाओं पर सक्रिय आतंकी गतिविधियों और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी नेटवर्क के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए यह मिसाइल बेहद उपयोगी हो सकती है. सीमित प्रभाव और उच्च सटीकता की वजह से इसका इस्तेमाल सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकियों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है, जहां आम नागरिकों की मौजूदगी होती है.
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सख्ती बढ़ी
हालिया पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को लेकर अपनी नीतियों में सख्त रुख अपनाया है. भारत ने:
DGFT ने जारी किया नोटिफिकेशन
2 मई को डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने एक आदेश जारी करते हुए विदेश व्यापार नीति (FTP) 2023 में संशोधन किया. इसमें कहा गया कि पाकिस्तान से सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से होने वाले सभी आयात और निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लागू की जाती है.
भारत-पाक व्यापार का वर्तमान परिदृश्य
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