दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले ने न सिर्फ भारत को हिला दिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता की लहर दौड़ा दी है. इस हमले में 22 अप्रैल को बैसरन इलाके में आतंकियों की गोलीबारी में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर कतर, सऊदी अरब और कुवैत जैसे प्रमुख खाड़ी देशों ने गंभीर चिंता जताई है.
इन देशों ने अपने-अपने आधिकारिक बयानों में भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने, शांति बनाए रखने और कूटनीतिक माध्यमों से मसले सुलझाने की अपील की है.
कतर की प्रतिक्रिया
कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर हमें गहरी चिंता है. क्षेत्रीय और वैश्विक संकटों के समाधान के लिए वार्ता ही सर्वोत्तम तरीका है." कतर ने दोनों देशों से अधिकतम संयम बरतने, अच्छे पड़ोसी जैसे सिद्धांतों का पालन करने और आपसी विवादों को शांतिपूर्ण संवाद से सुलझाने का आग्रह किया.
सऊदी अरब की अपील
सऊदी अरब ने भी अपने बयान में भारत-पाक संबंधों में बढ़ते तनाव और सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलीबारी पर चिंता व्यक्त की. बयान में कहा गया, "हम दोनों देशों से अनुरोध करते हैं कि वे तनाव को और न बढ़ाएं और कूटनीतिक रास्तों से समाधान तलाशें. शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए अच्छे पड़ोसी जैसे मूल्यों को निभाना ज़रूरी है."
कुवैत का दृष्टिकोण
कुवैत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच के हालात पर "बड़ी चिंता और दिलचस्पी" के साथ नजर रख रहा है. मंत्रालय ने कहा, "हम कूटनीतिक प्रयासों और संवाद के ज़रिए सभी क्षेत्रीय विवादों के समाधान में तर्क और समझदारी को प्राथमिकता देने के पक्षधर हैं." कुवैत ने सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून, संयम, और संवाद के ज़रिए स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की.
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