Asia Cup 2025: क्रिकेट का असली रोमांच सिर्फ मैदान पर ही नहीं होता, बल्कि उतना ही जबरदस्त मुकाबला कमेंट्री बॉक्स में भी चलता है. खासकर जब बात एशिया कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता की हो, तो हर देश अपने सबसे चहेते, अनुभवी और चर्चित सितारों को कमेंट्री के मोर्चे पर उतारता है.
एशिया कप 2025 की शुरुआत के साथ ही यूएई की सरज़मीं पर एक और दिलचस्प जंग देखने को मिल रही है, भारत और पाकिस्तान के दिग्गजों की टक्कर इस बार कमेंट्री पैनल में हो रही है. पूर्व क्रिकेटर, कोच और विशेषज्ञों से सजे इन पैनलों ने टूर्नामेंट को और भी रंगीन और यादगार बना दिया है.
एशिया कप 2025
इस बार एशिया कप में सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि कमेंटेटरों की फौज भी मैदान में उतर चुकी है. भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, यूएई, ओमान और हांगकांग जैसी टीमें एक ओर जहां खिताब के लिए भिड़ रही हैं, वहीं दर्शकों के कानों में गूंज रही हैं उन दिग्गजों की आवाज़ें, जिन्होंने कभी खुद मैदान में बल्ले और गेंद से जलवा बिखेरा था.
टीम इंडिया ने जहां इस टूर्नामेंट के लिए सूर्यकुमार यादव को कप्तान और शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया है, वहीं कमेंट्री पैनल भी कुछ कम दिलचस्प नहीं है.
इंग्लिश कमेंट्री में सितारों की भरमार
इस बार इंग्लिश कमेंट्री पैनल में शामिल हैं क्रिकेट जगत के कुछ सबसे सम्मानित नाम. भारत के सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, दिनेश कार्तिक, और हर्षा भोगले जैसे दिग्गजों के साथ पाकिस्तान से वसीम अकरम, बांग्लादेश से अतहर अली खान, और इंग्लैंड से नासिर हुसैन जैसे अनुभवी कमेंटेटर अपनी आवाज़ के जादू से मैच को और भी रोमांचक बना रहे हैं.
साथ ही भारत के पूर्व ओपनर रॉबिन उथप्पा की टिप्पणी भी दर्शकों को नए अंदाज में क्रिकेट समझा रही है.
ये सभी मिलकर क्रिकेट की रणनीति, पिच की चालाकी और खिलाड़ियों के दिमागी खेल को इस अंदाज में पेश करते हैं कि दर्शकों का जुड़ाव मैच से दोगुना बढ़ जाता है.
हिंदी में दिल छूने वाली कमेंट्री
हिंदी पैनल इस बार पूरी तरह से मनोरंजन, अनुभव और जानकारी का तगड़ा मिश्रण है. मैदान में बल्ला चलाने वाले अब माइक से अपनी बात कह रहे हैं:
मनोरंजन के लिहाज से गौरव कपूर, समीर कोचर, और आतिश ठुकराल जैसे टीवी और डिजिटल दुनिया के सितारे भी इस पैनल का हिस्सा हैं, जो मैच को न सिर्फ खेल बल्कि एक अनुभव बना देते हैं.
दक्षिण भारत के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में स्पेशल टच
तमिल पैनल:
भरत अरुण भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाजी कोच, जो अब गेंदबाजों की तकनीकी बातें बेहद सरल भाषा में समझाते हैं.
डब्ल्यूवी रमन, हेमांग बदानी, विद्युत शिवरामकृष्णन, और अरुण वी जैसे अनुभवी चेहरों ने तमिल दर्शकों को अपने भाषा में क्रिकेट का पूरा आनंद देने की जिम्मेदारी उठाई है.
तेलुगु पैनल:
पूर्व क्रिकेटर वेंकटपति राजू, वेणुगोपाल राव, और साथ में रवि तेजा, राकेश देवा, संदीप बी जैसे विश्लेषक भी इस पैनल का हिस्सा हैं.
इन क्षेत्रीय पैनलों के कारण अब क्रिकेट का मजा मातृभाषा में लेना और भी आसान हो गया है. यह अनुभव खासकर उन दर्शकों के लिए अनमोल है, जो इंग्लिश या हिंदी से दूर रहकर भी क्रिकेट से जुड़ना चाहते हैं.
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