मनी हाइस्ट से आइडिया, फिर 6-9 महीने की प्लानिंग... बैंक से फिल्मी स्टाइल में 17 किलो सोने की लूट

कर्नाटक के दावणगेरे जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक व्यक्ति ने बैंक से लोन न मिलने पर 17 किलो सोना लूट लिया. पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी विजयकुमार (30) आर्थिक संकट से जूझ रहा था.

Idea from Money Heist then 6-9 months of planning 17 kg gold looted from bank in filmy style
प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

बेंगलुरु: कर्नाटक के दावणगेरे जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक व्यक्ति ने बैंक से लोन न मिलने पर 17 किलो सोना लूट लिया. पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी विजयकुमार (30) आर्थिक संकट से जूझ रहा था. अगस्त 2023 में उसने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 15 लाख रुपये के लोन के लिए आवेदन किया, लेकिन बैंक ने उसका अनुरोध अस्वीकार कर दिया. इस घटना से आहत होकर उसने बैंक से लगभग 13 करोड़ रुपये मूल्य का सोना चुराने की योजना बनाई.

वेब सीरीज और ऑनलाइन वीडियो से मिली प्रेरणा

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि विजयकुमार को यह विचार एक लोकप्रिय स्पेनिश क्राइम ड्रामा 'मनी हाइस्ट' देखने के बाद आया. इसके बाद उसने यूट्यूब पर बैंक डकैती से संबंधित वीडियो देखकर महीनों तक इस अपराध की योजना बनाई. इस लूट को अंजाम देने के लिए उसने अपने भाई अजयकुमार, बहनोई परमआनंद और तीन अन्य सहयोगियों - अभिषेक, चंद्रु और मंजूनाथ की मदद ली. फिलहाल, पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

सुनियोजित रणनीति और महीनों की तैयारी

पुलिस के अनुसार, विजयकुमार और उसके साथियों ने कई महीनों तक इस लूट की बारीकी से योजना बनाई. विजयकुमार और चंद्रु ने बैंक की सुरक्षा प्रणाली को समझने के लिए कई बार उसका निरीक्षण किया. रात के समय खेतों के रास्ते बैंक तक पहुंचने की रिहर्सल भी की, ताकि किसी को उन पर शक न हो.

आरोपियों ने बैंक में प्रवेश करने के लिए खिड़की का उपयोग किया और साइलेंट हाइड्रोलिक आयरन कटर और गैस-कटिंग टूल्स से लॉकर तोड़ दिए. अपराध के दौरान उन्होंने फोन का इस्तेमाल नहीं किया और पुलिस की जांच को मुश्किल बनाने के लिए बैंक के सीसीटीवी डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) भी साथ ले गए.

लूट को अंजाम देने के बाद, विजयकुमार ने सुरक्षा बैरियर को काटने में इस्तेमाल किए गए ऑक्सीजन सिलेंडर के सीरियल नंबर भी मिटा दिए. इसके अतिरिक्त, उन्होंने बैंक के अंदर मिर्च पाउडर बिखेर दिया ताकि पुलिस के लिए सबूत जुटाना मुश्किल हो जाए.

कई राज्यों तक फैली पुलिस जांच और गिरफ्तारी

बैंक से सोना लूटने के बाद आरोपियों ने उसे बेचकर प्राप्त धन को व्यापार और घर खरीदने में लगा दिया. पुलिस ने इस मामले की जांच को व्यापक स्तर पर बढ़ाया और नवंबर से फरवरी के बीच गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में तलाशी अभियान चलाए.

जांच के दौरान पुलिस को तमिलनाडु में एक नेटवर्क के बारे में पता चला, जो स्थानीय अपराधियों के साथ मिलकर काम कर रहा था. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

30 फीट गहरे कुएं से मिला चोरी का सोना

पुलिस ने मदुरै जिले के उसीलमपट्टी क्षेत्र में चोरी किए गए सोने की खोज के लिए एक विशेष अभियान चलाया. इस दौरान, विशेषज्ञ गोताखोरों की मदद से 30 फीट गहरे कुएं से एक लॉकर बरामद किया गया, जिसमें करीब 15 किलो सोना छिपाया गया था.

पुलिस के अनुसार, विजयकुमार ने यह योजना बनाई थी कि दो साल बाद इस लॉकर को कुएं से निकालकर बेचा जाएगा, ताकि किसी को शक न हो. हालांकि, पुलिस की सतर्कता से पूरा सोना बरामद कर लिया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे डिजिटल माध्यमों से प्रेरित होकर अपराध को अंजाम देने की कोशिश की जा सकती है, लेकिन कानून के लंबे हाथों से बचना मुश्किल होता है.

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