Chhattisgarh Crime News: देशभर में जहां महिला सुरक्षा के लिए कई योजनाएं बनाई जाती हैं और नारी बचाओ का नारा दिया जाता है, वहीं इन योजनाओं के बावजूद महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पत्नी को उसके ही पति ने सात दिनों तक घर में बंधक बना कर अत्याचार किया. इसके अलावा, महिला के ससुराल वालों ने भी उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया.
पत्नी की दयनीय स्थिति
यह घटना त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के एक गांव की है. यहां महिला के पति ने न सिर्फ अपनी पत्नी को घर में बंद किया, बल्कि उसे बेरहमी से पीटा और यातनाएं दीं. महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति आकाश तिवारी और उसके माता-पिता ने मिलकर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया. यह मामला और भी भयावह हो जाता है जब महिला ने बताया कि उसके पति ने उसे गर्म चिमटे से जलाया, उसका मुंह बंद करने के लिए कपड़ा ठूंस दिया और गर्म पानी में डुबोकर उसकी जान लेने की भी कोशिश की, हालांकि वह इसमें सफल नहीं हो पाया.
पति के दूसरी महिला से अवैध संबंध का आरोप
पीड़िता ने पूछताछ में बताया कि उसके पति का किसी अन्य महिला के साथ अवैध संबंध है और वह उससे शादी करना चाहता है. यही कारण था कि उसे आए दिन हिंसा का सामना करना पड़ता था. महिला का कहना है कि जब उसने इस बारे में अपने पति से विरोध किया, तो वह और अधिक हिंसक हो गए और उसे घर में बंद कर लिया. इस दौरान न सिर्फ उसे मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, बल्कि उसके शारीरिक अंगों पर भी जख्म के निशान थे.
पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी
घटना के बाद महिला किसी तरह अपने पति के घर से भाग निकली और थाने पहुंचकर पुलिस को पूरी घटना बताई. पुलिस ने महिला की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पति आकाश तिवारी, उसकी सास और ससुर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने घरेलू हिंसा और शारीरिक उत्पीड़न के आरोप में मामला दर्ज किया और आरोपी को सख्त सजा दिलाने का वादा किया है. इस घटना के बाद गांव और आसपास के इलाकों में स्थानीय लोगों का गुस्सा उबाल पर है और वे आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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