'आतंक और व्यापार एक साथ नहीं..', गृह मंत्री अमित शाह की पाकिस्तान को दो टूक, सिंधु नदी पर भी कही बड़ी बात

    अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की कार्रवाई को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि, “अब भारत चुप बैठने वाला नहीं है. हमने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर आतंकवाद पनाह दी गई तो सिंधु नदी से एक बूंद पानी भी नहीं मिलेगा.”

    Home Minister Amit Shah s blunt message to Pakistan
    Image Source: ANI

    Amit shah on Pakistan: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अपने गुजरात दौरे में विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और सहकारिता को लेकर बड़ा संदेश दिया. रविवार को अहमदाबाद में उन्होंने 1692 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने जनसभाओं में आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर भी तीखे तेवर दिखाए.

    अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की कार्रवाई को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि, “अब भारत चुप बैठने वाला नहीं है. हमने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर आतंकवाद पनाह दी गई तो सिंधु नदी से एक बूंद पानी भी नहीं मिलेगा.”

    सिंधु और खून साथ नहीं बह सकते

    जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने दो टूक कहा, "जब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि सिंधु और खून एक साथ नहीं बह सकते, तो यह सिर्फ शब्द नहीं थे. यदि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता रहेगा, तो उसे सिंधु जल समझौते के लाभ भूल जाने होंगे. व्यापार और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते." उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब वार्ता तभी करेगा जब मुद्दा पीओके की वापसी और आतंकवाद का खात्मा होगा.

    1692 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

    रविवार को अहमदाबाद में अमित शाह ने नगर निगम की 1692 करोड़ रुपये की लागत वाली कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. शाम 6:30 बजे उन्होंने पल्लव ब्रिज का लोकार्पण किया और कॉर्पोरेशन प्लॉट में विशाल जनसभा को संबोधित किया. शनिवार को उन्होंने गांधीनगर में 1100 करोड़ की 78 परियोजनाओं का उद्घाटन किया था.

    सहकारी क्षेत्र के लिए बड़ा विज़न

    गुजरात साइंस सिटी में आयोजित गुजरात स्टेट सहकारी संघ के कार्यक्रम में शाह ने कहा कि सहकारिता को मजबूत करने के लिए विज्ञान और तकनीक का उपयोग बेहद जरूरी है. उन्होंने स्पष्ट किया, “हर सहकारी समिति, संगठन और सदस्य का जिला सहकारी बैंक में खाता होना चाहिए. गुजरात को सहकारी विश्वविद्यालयों का हब बनाना है. पैक्स को सशक्त करने के लिए जल्द ही नई पंजीकरण नीति लाई जाएगी. डेयरी क्षेत्र के लिए जरूरी सभी उपकरण सहकारी संस्थाओं के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे और यह प्रयोग गुजरात से शुरू होगा.”

    ये भी पढ़ें: 'परमाणु बम की धमकी से हम नहीं डरते..', गांधीनगर में दहाड़े गृह मंत्री अमित शाह, पाकिस्तान को लेकर कही ये बातें