Happy New Year 2026: भारत में नए साल का धूमधाम से हुआ स्वागत, जमकर मनाया जा रहा जश्न, देखें वीडियो

    Happy New Year 2026: नए साल की शुरुआत होते ही घड़ी की सुइयों ने जैसे ही 2026 की पहली टिक-टिक की, पूरा देश खुशियों के रंगों में रंग गया. जश्न का यह माहौल हर जगह छा गया.

    Happy New Year 2026 New Year Celebration in India
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    Happy New Year 2026: नए साल की शुरुआत होते ही घड़ी की सुइयों ने जैसे ही 2026 की पहली टिक-टिक की, पूरा देश खुशियों के रंगों में रंग गया. जश्न का यह माहौल हर जगह छा गया. कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कोहिमा तक, सभी जगह लोग नए साल का स्वागत बड़ी धूमधाम से कर रहे हैं. राजधानी दिल्ली और बाकी राज्यों में जोश और उमंग का समंदर उमड़ा हुआ है, और सर्दी की ठिठुरती हवाओं के बावजूद लोग उत्साह से भरे हुए हैं. नए साल में नए सपनों और उम्मीदों का आगाज हुआ है, जो देशभर में एकजुटता और खुशी का प्रतीक बनकर उभरा है.

    दिल्ली में इंडिया गेट पर नए साल का धूमधाम

    नए साल के पहले दिन दिल्ली में इंडिया गेट पर जश्न का माहौल था. लोग भारी संख्या में वहां पहुंचे और दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों ने भी इस खास मौके पर रंग-बिरंगे रोशनी से खुद को सजा लिया. लोग उत्साह से झूमते हुए नए साल का स्वागत कर रहे थे. हालांकि, भारी भीड़ की वजह से राजधानी में ट्रैफिक जाम भी देखने को मिला. आईटीओ पर विशेष रूप से यातायात की स्थिति काफी जटिल हो गई थी, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया था. पेट्रोलिंग और सुरक्षा प्रबंधों के साथ पुलिस ने सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की अनहोनी ना हो.

    अन्य राज्यों में भी नए साल का उत्साह

    दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी नए साल का उत्साह देखने को मिला. इन राज्यों में लोग अपने दोस्तों और परिवार के साथ नए साल की पार्टी में शामिल हुए, संगीत, नृत्य और स्वादिष्ट भोजन के साथ साल की शुरुआत का आनंद लिया.

    मायानगरी मुंबई में अलग ही माहौल

    मुंबई, जो हमेशा अपनी चमक और ग्लैमर के लिए जानी जाती है, इस साल भी नए साल के स्वागत में पीछे नहीं रही. यहां के नाइट क्लब्स, बीच और हॉटल्स में भारी भीड़ थी और हर जगह खुशियों की लहर दौड़ रही थी. मुंबई में 2026 का स्वागत नृत्य, संगीत और रंगीन रोशनी के बीच हुआ.

    हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में जश्न

    हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड जैसे ठंडे इलाकों में भी नए साल का जश्न देखने लायक था. यहां की बर्फीली हवाओं के बीच लोग नए साल का आनंद ले रहे थे. बर्फ से ढकी सड़कों पर परिवार और दोस्त साथ मिलकर नए साल की खुशियाँ मना रहे थे, और सर्दियों का समां जैसे गर्मी में बदल गया था.

    नया साल कब मनाया जाता है?

    जब धरती अपने गोलार्ध का एक पूरा चक्कर काट लेती है, तो उस दिन से ही नया साल मनाया जाता है. 46वीं ईसा पूर्व जूलियस सीजर ने जूलियन कैलेंडर लागू किया था. इस कैलेंडर के तहत साल की लंबाई तय की गई थी. लीप ईयर की व्यवस्था भी लागू की गई. साथ ही 1 जनवरी को न्यूर ईयर का दिवस का घोषित किया गया. इसी के साथ सदियों पहले 1 जनवरी से नया साल मनाने की परंपरा शुरू हुई.