सब गोलमाल है! फर्जी IAS का काला कारनामा, AI की मदद से बुना ठगी का मायाजाल, मामला जान पुलिस भी सन्न

    गोरखपुर पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो खुद को IAS अफसर बताकर लोगों से ठगी करता था. उसकी पहचान गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर के रूप में हुई है. गौरव ने न सिर्फ अपने आपको एक सरकारी अफसर के रूप में पेश किया.

    Gorakhpur Fake IAS officer Gaurav Singh arrested
    Image Source: Social Media

    गोरखपुर पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो खुद को IAS अफसर बताकर लोगों से ठगी करता था. उसकी पहचान गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर के रूप में हुई है. गौरव ने न सिर्फ अपने आपको एक सरकारी अफसर के रूप में पेश किया, बल्कि 10-15 लोगों की टीम के साथ उसने अपने फर्जी प्रोफाइल के सहारे लाखों रुपए की ठगी की. उसने अपनी टीम के साथ इनोवा गाड़ी में लाल-नीली बत्ती लगाकर गांवों में घूमा और खुद को एक उच्च अधिकारी बताकर लोगों को धोखा दिया.

    फर्जी IAS की जिंदगी: खर्चे और धोखाधड़ी का खुलासा

    गौरव कुमार सिंह, जो अब तक खुद को IAS अफसर के रूप में पेश कर रहा था, एक महीने में 5 लाख रुपए खर्च करता था ताकि वह अपने फर्जी प्रोफाइल को बनाए रख सके. पुलिस को उसकी दो मोबाइल फोन मिलीं जिनमें उसकी चार गर्लफ्रेंड्स के साथ चैट भी पाई गई. ये महिलाएं उसे IAS अफसर समझकर बातचीत करती थीं, और दिलचस्प बात यह है कि इनमें से तीन महिलाएं प्रेग्नेंट थीं. गौरव ने एक बिहार की लड़की से शादी भी की थी और वह अपने साले अभिषेक की मदद से सोशल मीडिया पर खुद को एक प्रभावशाली IAS अफसर के रूप में पेश करता था.

    4 राज्यों में फैला था ठगी का जाल

    गौरव कुमार सिंह का ठगी का नेटवर्क सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं था. वह बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी सक्रिय था. उसने कई व्यापारियों और बिल्डरों से ठेका दिलाने का वादा किया और इसके बदले रिश्वत व अन्य लाभ हासिल किया. बिहार में तो उसने AI की मदद से जनरेट 450 करोड़ रुपए का टेंडर दिलाने के नाम पर 5 करोड़ रुपए और दो इनोवा गाड़ियों की मांग की थी. उसकी जालसाजी का नेटवर्क इतना बड़ा था कि वह कई राज्यों में अपनी पहुंच बना चुका था.

    नौकरी और ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी

    पुलिस ने गौरव के साथ-साथ उसके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है. इनके पास से लगभग 4 लाख रुपए की नकदी, जेवरात, चेकबुक, पासपोर्ट, एटीएम कार्ड और कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए हैं. गौरव सिंह ने खुद को सरकारी नौकरी दिलाने और ठेके दिलाने के नाम पर यूपी, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश के कई लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की थी. यह भी सामने आया कि वह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बचता आ रहा था.

    थप्पड़ मारने की घटना: गौरव का रौब

    गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर का रौब इतना था कि एक बार उसने बिहार के भागलपुर जिले में असली SDM को थप्पड़ मार दिया. यह घटना तब हुई जब असली SDM ने उसकी बैच और रैंक के बारे में सवाल पूछा था. गौरव इस सवाल से इतना गुस्से में आ गया कि उसने सरेआम SDM को थप्पड़ जड़ दिया. इस घटना के बाद, असली SDM भी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे.

    पुलिस को कैसे मिली फर्जी IAS की जानकारी?

    यह मामला तब सामने आया जब 7 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एक युवक को रेलवे प्लेटफॉर्म पर संदिग्ध हालत में पकड़ा गया. उसकी बैग की तलाशी में 99.90 लाख रुपए मिले थे. उसने बताया कि वह किसी परिचित के कहने पर यह पैसे लेकर जा रहा था, लेकिन उसे पैसे के स्रोत की जानकारी नहीं थी. जांच के दौरान यह पता चला कि यह रकम गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर को भेजी जा रही थी. इस खुलासे के बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की और फर्जी IAS अधिकारी के इस नेटवर्क का पर्दाफाश किया.

    जांच में नए खुलासे की संभावना

    गोरखपुर पुलिस के SP सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर का ठगी का नेटवर्क बहुत बड़ा था और जांच में और भी नए खुलासे हो सकते हैं. पुलिस अब बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश की पुलिस के साथ मिलकर इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि गौरव के नेटवर्क की पूरी जालसाजी सामने आ सके.

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