6 फाइटर जेट, एक AWACS और एयरबेस... S 400 ने पाकिस्तान में ऐसे मचाई तबाही, एयर चीफ मार्शल का बड़ा खुलासा

    Operation Sindoor: भारत की वायु शक्ति अब सिर्फ सीमाओं की रक्षा करने तक सीमित नहीं रही, अब यह उन ठिकानों तक पहुंच रही है जहां से आतंकवाद को पोषित किया जाता है. ऑपरेशन सिंदूर इसी बदले हुए भारत की तस्वीर है, जिसकी जानकारी पहली बार भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने सार्वजनिक की है.

    fighter jets AWACS airbase S 400 wreaked havoc in Pakistan Air Chief Marshal AP Singh
    Image Source: ANI

    Operation Sindoor: भारत की वायु शक्ति अब सिर्फ सीमाओं की रक्षा करने तक सीमित नहीं रही, अब यह उन ठिकानों तक पहुंच रही है जहां से आतंकवाद को पोषित किया जाता है. ऑपरेशन सिंदूर इसी बदले हुए भारत की तस्वीर है, जिसकी जानकारी पहली बार भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने सार्वजनिक की है.

    बेंगलुरु में आयोजित ‘एयर चीफ मार्शल एल. एम. कात्रे लेक्चर’ के दौरान उन्होंने इस गोपनीय सैन्य अभियान की परतें खोलते हुए बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट और एक अत्याधुनिक अवाक्स विमान को ध्वस्त किया.

    S-400 की लंबी रेंज बनी पाकिस्तान के लिए काल

    इस मिशन में सबसे निर्णायक भूमिका निभाई रूस निर्मित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने, जिसने AEW&C/ELINT विमान को 300 किलोमीटर दूर से ही निशाना बना लिया. एयर चीफ मार्शल के अनुसार, इस सिस्टम ने पाकिस्तान के विमानों को भारतीय सीमा के पास तक भी फटकने नहीं दिया, जिससे उनका लॉन्ग-रेंज ग्लाइड बम हमला भी विफल हो गया.

    आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल वार

    एयर चीफ मार्शल सिंह ने पहलगाम हमले के बाद की गई एयर स्ट्राइक्स का भी विस्तार से उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि बहावलपुर और मुरिदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालय इस ऑपरेशन का मुख्य निशाना थे. सैटेलाइट इमेजरी और वीडियो फुटेज के ज़रिए यह साबित किया गया कि आतंकी नेतृत्व के मीटिंग हॉल और आवासीय ढांचे पूरी तरह नष्ट कर दिए गए.

    आठ एजेंसियों और तीनों सेनाओं का साझा ऑपरेशन

    इस ऑपरेशन की योजना और निष्पादन में तीनों सेनाओं और कुल आठ एजेंसियों ने मिलकर हिस्सा लिया. नौ प्रमुख लक्ष्य तय किए गए, जिनमें से सात सीमा के पास थे और दो आतंकी गढ़ों के गहराई तक जाकर निशाना बनाया गया. एयर चीफ ने यह भी साफ किया कि हर लक्ष्य की पहचान, समय और हथियारों की तैनाती पूरी रणनीति के तहत की गई थी.

    "यह सिर्फ लॉन्चपैड नहीं, आतंक के मूल ढांचे पर वार था"

    अंत में एयर चीफ मार्शल सिंह ने यह स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई सिर्फ आतंकी लॉन्चपैड्स तक सीमित नहीं थी, बल्कि यह एक सीधा संदेश था कि भारत अब आतंकी संगठनों के ‘लीडरशिप स्ट्रक्चर’ तक पहुंच सकता है और उसे खत्म कर सकता है.

    यह बयान न सिर्फ भारतीय वायुसेना की बढ़ती तकनीकी और रणनीतिक क्षमताओं का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब सुरक्षा के मामले में कोई कोताही नहीं बरतने वाला. ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर सिद्ध किया है कि जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो भारत चुप नहीं बैठता, वह सटीक, निर्णायक और दूरगामी जवाब देता है.

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