जम्मू-कश्मीर की सियासत में लंबा वक्त गुजार चुके मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने एक अलग ही अंदाज़ में देश को हैरान कर दिया. राजनीति से परे हटकर जब वो माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पहुंचे तो हर किसी की निगाहें उन पर टिक गईं. खास बात ये रही कि उन्होंने यात्रा के लिए उसी वंदे भारत ट्रेन को चुना, जिसे हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर से कटरा के लिए हरी झंडी दिखाई थी.
श्रीनगर के नौगाम रेलवे स्टेशन से कटरा तक की इस हाईटेक ट्रेन यात्रा के बाद, फारूक अब्दुल्ला ने जब माता के दरबार में हाजिरी दी, तो उनका चेहरा श्रद्धा से दमक रहा था. बाहर निकलते वक्त उन्होंने पत्रकारों से कहा— "बहुत अच्छे दर्शन हुए जनाब... हमने अमन, तरक्की और भाईचारे की दुआ मांगी है."
“दिल भर आया... आंखें नम हो गईं”
फारूक अब्दुल्ला ने ना सिर्फ तीर्थ का महत्व बताया, बल्कि वंदे भारत ट्रेन को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ये ट्रेन टूरिज्म और व्यापार, दोनों के लिए एक नई शुरुआत है. "जिस तरह से कश्मीर को देश के रेल नेटवर्क से जोड़ा गया है, उसे देखकर मेरी आंखें भर आईं. इंजीनियरों और वर्कर्स को दिल से बधाई देना चाहता हूं," उन्होंने भावुक लहजे में कहा.
कटरा स्टेशन पर हुआ जोरदार स्वागत
कटरा पहुंचने पर जम्मू एनसी अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता और उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. स्टेशन पर कदम रखते ही फारूक अब्दुल्ला ने मुस्कुराकर कहा, "माता ने बुलाया है, आया है बुलावा शेरा वाली का."
डॉ. अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि इस नए रेल रूट से ना सिर्फ वैष्णो देवी, बल्कि अमरनाथ यात्रा में भी बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं की भागीदारी होगी. उनका कहना है कि ये ट्रेन जम्मू-कश्मीर और भारत के बाकी हिस्सों के बीच प्यार और दोस्ती का पुल साबित होगी.
पीएम मोदी ने शुरू की थी ट्रेन सेवा
गौरतलब है कि 6 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने दो नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी— जिनमें से एक श्रीनगर से कटरा के बीच है. यह ट्रेन जम्मू-कश्मीर के रेलवे नेटवर्क का हिस्सा बन चुकी है, जो अब कश्मीर घाटी को पूरे देश से सीधे जोड़ती है.
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