ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र ईरानी सरकार ने देशभर में इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है. लेकिन इस सेंसरशिप के बीच एक बड़ा तकनीकी दखल सामने आया है — एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी Starlink ने ईरान में अपनी सेवा एक्टिव कर दी है. अब ईरान में जिन लोगों के पास Starlink की डिवाइस (किट) मौजूद है, वे बिना सरकारी रोक-टोक के इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
एलन मस्क का एलान: "बीम्स ऑन हैं"
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एलन मस्क ने लिखा, “The Beams Are On,” यानी अब Starlink की सैटेलाइट बीम्स ईरान में सक्रिय हो चुकी हैं. इन बीम्स के ज़रिए Starlink धरती पर इंटरनेट पहुंचाता है, जिससे उपयोगकर्ता सरकार की पाबंदियों से स्वतंत्र होकर कनेक्टिविटी हासिल कर सकते हैं.
Starlink कैसे करता है काम?
Starlink की सैटेलाइट्स पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थित होती हैं, जहां से वे इंटरनेट बीम करती हैं. उपयोगकर्ता को Starlink की किट (जिसमें डिश एंटीना, राउटर, पावर सप्लाई और केबल्स शामिल हैं) की ज़रूरत होती है. यह डिश खुले आसमान के नीचे या छत पर लगती है, जैसे DTH एंटीना. डिश से सिग्नल राउटर तक जाते हैं और फिर वाई-फाई के रूप में मोबाइल, लैपटॉप और अन्य डिवाइसेज़ को इंटरनेट कनेक्शन मिल जाता है.
ईरान में कितनी किटें मौजूद हैं?
Starlink की सर्विस अब एक्टिव ज़रूर है, लेकिन अभी यह साफ़ नहीं है कि ईरान में कितने लोगों के पास Starlink की किट्स मौजूद हैं. Starlink की डिवाइसों को कई देशों में ब्लैक मार्केट के ज़रिए खरीदा जाता है. पहले भी म्यांमार, थाईलैंड और भारत के मणिपुर में इनकी अवैध बिक्री और इस्तेमाल के मामले सामने आ चुके हैं.
क्या यह सेवा फ्री है?
एलन मस्क ने यह तो स्पष्ट किया है कि Starlink अब ईरान में काम कर रही है, लेकिन यह जानकारी नहीं दी कि यूज़र्स को रिचार्ज करना होगा या कुछ समय तक यह सेवा मुफ्त दी जाएगी. रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान Starlink ने यूक्रेन को फ्री इंटरनेट सपोर्ट दिया था. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान में भी संभवतः फिलहाल मुफ्त एक्सेस दिया जा रहा हो.
ईरानी सरकार की इंटरनेट सेंसरशिप पर बड़ा झटका
ईरान सरकार द्वारा इंटरनेट बंद करने का मकसद था कि देश की जनता को बाहर की जानकारी से रोका जाए और सामाजिक अस्थिरता पर काबू पाया जा सके. लेकिन Starlink की उपस्थिति ने इस प्रयास को काफी हद तक निष्क्रिय बना दिया है. विशेषज्ञ मानते हैं कि Starlink जैसे विकल्प अब सरकारों की सेंसरशिप नीतियों को चुनौती देने लगे हैं.
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