बिहार विधानसभा चुनाव और देश के सात अन्य राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है. आयोग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 108 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स, उपहार और अन्य सामग्री जब्त की जा चुकी है. माना जा रहा है कि इनका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाना था.
यह आंकड़ा बताता है कि आयोग ने इस बार निगरानी और सख्ती दोनों में कोई कमी नहीं छोड़ी है. बिहार में विधानसभा चुनाव और अन्य राज्यों में उपचुनावों को लेकर प्रशासन ने आदर्श आचार संहिता (MCC) के पालन के लिए व्यापक अभियान चलाया है.
बिहार में सैकड़ों फ्लाइंग स्क्वायड तैनात
चुनाव आयोग ने बताया कि अकेले बिहार में ही 824 फ्लाइंग स्क्वायड और 826 निगरानी टीमें (Static Surveillance Teams) मैदान में सक्रिय हैं. ये टीमें लगातार सड़कों, सीमाओं और संवेदनशील इलाकों की निगरानी कर रही हैं.
चुनाव आयोग के अनुसार, इन टीमों का मकसद है कि कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे, शराब या उपहारों का वितरण न कर सके. एक अधिकारी के मुताबिक, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कहीं भी न हो. हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है.”
‘सी-विजिल’ ऐप से 100 मिनट में निपटारा
चुनाव आयोग ने इस बार तकनीक का भी भरपूर इस्तेमाल किया है. आयोग के C-Vigil App के जरिए मतदाता सीधे तौर पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं.
आयोग ने बताया कि “सी-विजिल पर दर्ज शिकायतों का औसतन 100 मिनट के भीतर निपटारा किया जा रहा है.” इसका मतलब है कि अब कोई भी व्यक्ति यदि शराब बांटने, नकदी देने या फर्जी प्रचार की कोशिश देखता है, तो तुरंत फोटो या वीडियो भेजकर शिकायत कर सकता है, और प्रशासन उसी समय मौके पर पहुँचता है.
शराब, नकदी और ड्रग्स का जखीरा
आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल जब्ती की राशि 108.03 करोड़ रुपये तक पहुँच चुकी है. इसमें शामिल हैं —
चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि यह अब तक की सबसे बड़ी जब्ती में से एक है. सबसे ज्यादा जब्ती बिहार, गुजरात, तेलंगाना और हरियाणा में हुई है, जहां इन दिनों चुनावी हलचल तेज है.
बिहार चुनाव का शेड्यूल
बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराए जा रहे हैं —
राज्य में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं, जिन पर लाखों मतदाता अपने प्रतिनिधि चुनेंगे. चुनाव आयोग ने स्पष्ट कहा है कि वह हर जिले और मतदान केंद्र पर निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए हर नियम अपना रहा है.
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