नई दिल्ली: देश में साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के साइबर फ्रॉड के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में ED ने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत कार्रवाई की है.
आरोपियों ने अपनाया था बेहद चालाक तरीका
यह कार्रवाई ED के सूरत सब-जोनल ऑफिस ने अंजाम दी है. जांच में सामने आया कि आरोपियों ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट, फॉरेक्स ट्रेडिंग स्कैम, और फर्जी सुप्रीम कोर्ट और ED के नोटिस भेजकर ठगने का काम किया. इनके जाल में फंसे लोगों से बड़ी रकम उगाही की गई.
रकम को किया गया क्रिप्टोकरेंसी में ट्रांसफर
शिकायतों की गहराई से जांच के दौरान पता चला कि आरोपी धोखाधड़ी से कमाई गई रकम को क्रिप्टोकरेंसी (USDT) में बदलकर हवाला नेटवर्क के जरिए बाहर भेजते थे. इसके लिए उन्होंने फर्जी नामों पर बैंक अकाउंट और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड का इस्तेमाल किया, जिससे उनकी ट्रैकिंग करना मुश्किल हो गया.
चारों आरोपियों को मिली ED की 5 दिन की कस्टडी
अहमदाबाद की विशेष पीएमएलए अदालत ने गिरफ्तार आरोपियों, मकबुल अब्दुल रहमान डॉक्टर, काशिफ मकबुल डॉक्टर, महेश मफतलाल देसाई, और ओम राजेंद्र पंड्या — को 5 दिन की ED कस्टडी में भेजा है. इस दौरान आगे की जांच और पूछताछ की जाएगी. ED अब इस पूरे नेटवर्क को पकड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. आरोपियों से जुड़े अन्य साथी और फंड ट्रांसफर के स्रोत की पहचान की जा रही है ताकि पूरी साजिश का भंडाफोड़ किया जा सके.
ये भी पढ़ें: PAK-चीन का हाल बेहाल! बंगाल की खाड़ी में कुछ बड़ा करने जा रहा भारत? 3550 KM के क्षेत्र में NOTAM जारी