टाइट सिक्योरिटी, स्पेशल बुलेट प्रूफ कार; भारत-पाक टेंशन के बीच जयशंकर की बढ़ी सुरक्षा

    भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव की स्थिति के बीच केंद्र सरकार ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.

    eam s jaishankar securit enhanced with bulletproof car amid pak and india tensions
    Image Source: ANI

    भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव की स्थिति के बीच केंद्र सरकार ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. अब जयशंकर बुलेटप्रूफ कार में सफर करेंगे और उनके आवास की सुरक्षा भी और मजबूत कर दी गई है. गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा में नई बुलेटप्रूफ कार को शामिल किया है, जो खुफिया इनपुट्स और सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश के बाद हुआ है.

    Z कैटेगरी सुरक्षा के तहत पहले से ही थी कड़ी निगरानी

    जयशंकर को पहले से Z कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें CRPF के 36 प्रशिक्षित कमांडो उनकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं. ये जवान चौबीसों घंटे रोटेशन में तैनात रहकर सुरक्षा घेरे को बनाए रखते हैं. लेकिन हाल के घटनाक्रमों, खासकर ऑपरेशन सिंदूर और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए, अब उनकी सुरक्षा व्यवस्था को और हाईटेक और सख्त कर दिया गया है.

    दिल्ली स्थित आवास की भी सुरक्षा बढ़ाई गई

    सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्री के दिल्ली स्थित आवास की सुरक्षा में भी इजाफा किया गया है. बाहरी परिधि से लेकर अंदरूनी सर्किट तक अब कई स्तर की निगरानी सुनिश्चित की जा रही है. इसके अतिरिक्त, सुरक्षा स्टाफ को एडवांस संचार और सर्विलांस उपकरण भी दिए गए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके.

    क्या होती है विभिन्न सुरक्षा श्रेणियां? जानिए एक नजर में

    सरकारी वीआईपी या विशिष्ट व्यक्तियों को अलग-अलग श्रेणियों में सुरक्षा दी जाती है. जानिए इन सुरक्षा श्रेणियों में कितना बल तैनात होता है:

    • X कैटेगरी – इसमें सिर्फ 2 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. यह प्राथमिक स्तर की सुरक्षा होती है.
    • Y कैटेगरी – कुल 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिनमें 2 कमांडो और 2 PSO (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) शामिल होते हैं.
    • Y कैटेगरी – इसमें भी लगभग 11 कमांडो होते हैं, जिनमें से कुछ वीआईपी के निवास के आसपास तैनात रहते हैं. ये तीन शिफ्ट में काम करते हैं.
    • Z कैटेगरी – इसमें 36 सुरक्षाकर्मी होते हैं, साथ ही एक एस्कॉर्ट वाहन भी होता है जो वीआईपी के मूवमेंट के दौरान आगे चलता है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखता है.
    • Z कैटेगरी – यह सबसे हाई-लेवल सुरक्षा होती है जिसमें 48 से 55 तक जवान तैनात रहते हैं. इसमें SPG या NSG जैसे विशेष बल भी शामिल हो सकते हैं.

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