नई दिल्ली: राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) को लेकर चल रहे विवाद के बीच, भारतीय जनता पार्टी की नेता शाज़िया इल्मी ने रविवार को कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी ली है. मुद्दा, यह कहते हुए कि मामले की जांच की जा रही है.
इल्मी ने कहा, "इस मामले में जांच की जा रही है और हमें राजनीतिक स्टंट या दोषारोपण का खेल खेलने के बजाय गंभीर विचार-विमर्श करने की जरूरत है. यह एक गंभीर मुद्दा है और हम देखते हैं कि छात्र समुदाय और उनके माता-पिता इससे प्रभावित हो रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मामले की नैतिक जिम्मेदारी ली है.
उन्होंने कहा, "धर्मेंद्र प्रधान ने इस मुद्दे की नैतिक जिम्मेदारी ली है. न तो बीजेपी और न ही केंद्र सरकार में कोई भी इस मुद्दे पर चर्चा करने से पीछे हट रहा है. हम इस बारे में बात करने और मिलकर समाधान खोजने के लिए तैयार हैं."
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार "चुप" नहीं है, उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है.
एक बीजेपी सांसद ने एएनआई को बताया, "हम चुप नहीं हैं. हम कार्रवाई कर रहे हैं और लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. कांग्रेस केवल बात करती है, हालांकि, हम काम करते हैं. भारत में आपातकाल लागू होने के 50 साल बाद भी उन्होंने माफी नहीं मांगी है."