दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहे एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई.
पुलिस के अनुसार, 19 वर्षीय रवि साहनी उर्फ रवि कालिया, और 28 वर्षीय विकास उर्फ मजनू, दोनों को संदिग्ध गतिविधियों के चलते द्वारका जिले की पुलिस ने कापासहेड़ा इलाके में पकड़कर आर्म्स एक्ट और चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था. तलाशी में विकास के पास से एक देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुआ, साथ ही जिस बाइक पर वे सवार थे, वह भी चोरी की निकली.
आरोपी ने चलती गाड़ी से लगाई छलांग
गिरफ्तारी के बाद, मेडिकल जांच पूरी करने के बाद दोनों आरोपियों को वसंत कुंज नॉर्थ थाने के लॉकअप में ले जाया जा रहा था. पुलिस के अनुसार, रास्ते में जब गाड़ी की रफ्तार धीमी हुई, तो दोनों ने चलती गाड़ी से छलांग लगाने की कोशिश की. इस दौरान रवि गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
रवि की मौत की खबर मिलते ही स्थानीय लोग और परिजन आक्रोशित हो गए. उन्होंने सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पथराव भी किया. परिजनों का आरोप है कि रवि की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है, जबकि पुलिस इस दावे को नकारते हुए इसे "हिरासत से भागने की कोशिश में हुई दुर्घटना" बता रही है.
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि पुलिस ने रवि समेत तीन लोगों को पकड़ा था, जिनमें से एक नाबालिग को बाद में छोड़ दिया गया और रवि तथा विकास को थाने में रखा गया, जहां कथित तौर पर उनके साथ मारपीट की गई.
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं और हालात पर नज़र बनाए हुए हैं. फिलहाल, रवि की मौत की वजह को लेकर जांच जारी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है. यह रिपोर्ट ही तय करेगी कि यह वाकई दुर्घटना थी या पुलिस पर लगे आरोपों में कुछ सच्चाई है.
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