Corona Virus: कोरोना के मामले एक बार फिर से डरा रहे हैं. हालांकि इस बार स्थिति नियंत्रित भी है. इसके पीछे का कारण भी सतर्कता और पहले से भी ज्यादा सुविधाएंं उपलब्ध होना है. लेकिन बावजूद इसके खतरा अभी भी टला नहीं है. आपको बता दें कि देशभर में कोरोना के 5,755 एक्टिव केस का आंकड़ा सामने आया है. ये आंकड़ा बेशक डराने वाला है. वहीं इस बीच कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. बीते 24 घंटों में ही 4 लोगों की मौत हो चुकी है.
नए आंकड़े: एक्टिव केस 5700 के पार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार सुबह तक देश में कोरोना के कुल 5755 सक्रिय मामले दर्ज किए जा चुके हैं. हालांकि राहत की बात ये है कि अब तक 5484 मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं. बीते 24 घंटों में 391 नए मामले सामने आए, जबकि चार लोगों की जान चली गई. इन 24 घंटों में 760 मरीजों ने कोरोना को मात दी और अस्पताल से छुट्टी मिली. मौत के मामलों में केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु से एक-एक मौत की पुष्टि हुई है.
किन राज्यों में सबसे ज्यादा बढ़े केस?
अब अगर बात करें कि आखिर वो कौन से राज्य हैंं? जिनमें बड़ी तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, तो आपको बता दें कि इसमें केरल में 1806 एक्टिव केस, गुजरात: 717, दिल्ली: 665, पश्चिम बंगाल: 622, महाराष्ट्र: 577, कर्नाटक: 444, उत्तर प्रदेश: 208, तमिलनाडु: 194 केस सामने आए हैं. इसके अलावा राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पंजाब और अन्य राज्यों में भी मामूली वृद्धि दर्ज की गई है. मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश दो ऐसे राज्य हैं जहां कोई भी सक्रिय केस नहीं पाया गया है.
कौन से वैरिएंट हैं जिम्मेदार?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, संक्रमण की यह नई लहर नए कोविड वैरिएंट्स की वजह से है. इनमें शामिल हैं. एलएफ.7 (LF.7), एक्सएफजी (XFG), जेएन.1 (JN.1), एनबी.1.8.1 (NB.1.8.1) इन सबवैरिएंट्स के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है, हालांकि गंभीरता पहले जैसी नहीं है। फिर भी कमजोर इम्यून सिस्टम वालों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से भीड़भाड़ से बचने, मास्क पहनने, और हाइजीन मेंटेन करने की सख्त सलाह दी है. मंत्रालय का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन लापरवाही भी भारी पड़ सकती है. स्थानीय प्रशासन को सभी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके.
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