कोलंबिया की राजधानी बोगोटा से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने राजनीतिक गलियारों को हिला कर रख दिया है. विपक्षी नेता और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीनेटर मुगुएल उरीबे पर एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान गोलीबारी हुई है. हमले में उरीबे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज फिलहाल आपात स्थिति में जारी है.
चुनावी सभा के दौरान चला हमला
यह हमला शनिवार को बोगोटा के फोंटीबोन जिले में उस वक्त हुआ, जब मुगुएल उरीबे एक सार्वजनिक पार्क में चुनाव प्रचार अभियान को संबोधित कर रहे थे. उसी दौरान कुछ अज्ञात हथियारबंद हमलावरों ने उन पर गोली चला दी. बताया जा रहा है कि गोली उनकी पीठ में लगी है. घटना के तुरंत बाद उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और जरूरत पड़ने पर दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए बोगोटा के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
संदिग्ध हमलावर गिरफ्तार, सरकार की सख्त प्रतिक्रिया
बोगोटा के मेयर कार्लोस गैलन ने जानकारी दी कि हमले के मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना की निंदा करते हुए कोलंबिया की सरकार ने कहा है कि हमले की गंभीरता से जांच की जाएगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि "मैं आपके दर्द को शब्दों में नहीं बता सकता. यह सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, यह हमारी मातृभूमि पर चोट है."
कौन हैं मुगुएल उरीबे?
39 वर्षीय मुगुएल उरीबे कोलंबिया की प्रमुख विपक्षी पार्टी कंजरवेटिव डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. इस पार्टी की स्थापना कोलंबिया के पूर्व राष्ट्रपति अल्वारो उरीबे ने की थी, हालांकि मुगुएल उरीबे और अल्वारो उरीबे आपस में संबंधी नहीं हैं. सीनेटर उरीबे अपनी साफ-सुथरी छवि, सख्त कानून व्यवस्था के एजेंडे और युवा मतदाताओं के बीच लोकप्रियता के लिए जाने जाते हैं. वे आगामी राष्ट्रपति चुनावों में एक मजबूत दावेदार माने जा रहे थे.
मां की दर्दनाक कहानी से भी जुड़े हैं चर्चाओं में
मुगुएल उरीबे की मां, डायना टर्बे, कोलंबिया की जानी-मानी पत्रकार थीं. वर्ष 1991 में उन्हें कुख्यात ड्रग लॉर्ड पाब्लो एस्कोबार के मेडेलिन कार्टेल ने अगवा कर लिया था. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान डायना की मौत हो गई थी. यह घटना आज भी कोलंबिया में मीडिया स्वतंत्रता और माफिया विरोधी संघर्ष की एक प्रतीकात्मक मिसाल मानी जाती है.
विपक्षी दल और आम जनता में आक्रोश
सीनेटर पर हमले के बाद उनकी पार्टी ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा है कि राजनीतिक असहमति का जवाब हिंसा नहीं हो सकता. पार्टी ने उरीबे की हालत को लेकर चिंता जताई है लेकिन फिलहाल स्वास्थ्य से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है.
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