समंदर में दिखेगी चीनी ताकत, तबाही मचाने आ रहा AJX-002; कांप जाएगा अमेरिका! जानें कितना खतरनाक

    चीन आने वाली 3 सितंबर को एक अहम सैन्य परेड की मेज़बानी करने जा रहा है, जो कि चीन-जापानी युद्ध की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित की जाएगी. इस आयोजन की खास बात यह है कि चीन इसमें अपनी आधुनिक नौसैनिक तकनीकों की झलक दुनिया को दिखाने वाला है.

    China will unveil its ajx002 xluuv underwater vehicle know its power
    Image Source: Social Media

    चीन आने वाली 3 सितंबर को एक अहम सैन्य परेड की मेज़बानी करने जा रहा है, जो कि चीन-जापानी युद्ध की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित की जाएगी. इस आयोजन की खास बात यह है कि चीन इसमें अपनी आधुनिक नौसैनिक तकनीकों की झलक दुनिया को दिखाने वाला है. चर्चा का केंद्र बना हुआ है एक अत्याधुनिक और रहस्यमयी अंडरवॉटर सिस्टम – AJX-002, जिसे चीन की अगली पीढ़ी के ‘एक्स्ट्रा लार्ज अंडरवॉटर व्हीकल’ (XLUUV) के रूप में देखा जा रहा है.

    AJX-002 आकार में एक छोटी पनडुब्बी जैसा है, लेकिन इसकी ताकत साधारण टॉरपीडो से कहीं ज़्यादा है. इसकी लंबाई लगभग 18 से 20 मीटर और व्यास 1.5 मीटर बताया जा रहा है. यह हथियार न सिर्फ पनडुब्बी के रूप में कार्य कर सकता है, बल्कि इसकी तुलना रूस के ‘Poseidon’ जैसे घातक परमाणु टॉरपीडो से की जा रही है.

    AJX-002: महासागर की गहराई में मार करने वाला हथियार


    इस सिस्टम में पंप-जेट प्रोपल्शन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे पानी के भीतर तेज़ रफ्तार और बेहद शांत संचालन की क्षमता देता है – जिससे यह आसानी से दुश्मन की नजर से बच सकता है. हथियार को लॉन्च करने के लिए विशेष क्रेन हुक्स दिए गए हैं, जो इसके भारी-भरकम होने की पुष्टि करते हैं.

    सोशल मीडिया लीक से सामने आया नाम

    AJX-002 को लेकर ज्यादा जानकारी आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई है. इसकी पहचान बीजिंग में हो रही परेड रिहर्सल की तस्वीरों से हुई, जहां इस अंडरवॉटर सिस्टम पर ‘AJX-002’ का टैग साफ दिखाई दिया. एक्सपर्ट्स का मानना है कि परेड के दौरान इस तरह की मार्किंग्स आम होती हैं, लेकिन यह संकेत देता है कि यह प्रणाली परीक्षण के कई चरण पार कर चुकी है और अब ऑपरेशनल मोड में है.

    Poseidon से तुलना: समानता या संयोग?

    विशेषज्ञों का कहना है कि रूस के Poseidon और चीन के AJX-002 के डिजाइन में उल्लेखनीय समानताएं हैं – दोनों परमाणु-सक्षम और संभावित रूप से परमाणु-संचालित हो सकते हैं. हालांकि, अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि AJX-002 में परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल होता है या नहीं. लेकिन इसके आकार, निर्माण और प्रदर्शन से यह ज़रूर साबित होता है कि यह चीन के अंडरवॉटर सामरिक कार्यक्रम का एक अहम हिस्सा है.

    एक और बड़ा हथियार: पहचान अभी बाकी

    AJX-002 के साथ ही, परेड रिहर्सल में एक और विशाल अंडरवॉटर प्लेटफॉर्म भी देखा गया, जिसकी लंबाई तो AJX-002 के बराबर थी, लेकिन चौड़ाई लगभग दोगुनी थी. यह भी पंप-जेट सिस्टम से सुसज्जित था, लेकिन इसके रडर्स का डिज़ाइन पारंपरिक ' ' के बजाय 'X' आकार में था, जो इसे अलग बनाता है. फिलहाल यह सिस्टम एक तिरपाल में ढका हुआ था, जिससे इसके नाम या उद्देश्य की जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है.

    चीन का अंडरवॉटर सैन्य विस्तार

    बीते कुछ वर्षों में चीन ने अपनी अंडरवॉटर ताकत में ज़बरदस्त विस्तार किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) कम से कम 5 अलग-अलग तरह के XLUUVs पर काम कर रही है. चीन की यह परेड सिर्फ शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि यह भी संकेत है कि देश अब इन अत्याधुनिक हथियारों को छिपाकर नहीं, बल्कि दुनिया के सामने लाने को तैयार है.

    नज़रें टिकी हैं 3 सितंबर पर

    3 सितंबर को होने वाली परेड न केवल चीन की सैन्य ताकत की झलक दिखाएगी, बल्कि यह दुनिया को यह संदेश भी देगी कि वह अब समुद्र की गहराइयों में भी अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए तैयार है. खासकर, ऐसे समय में जब हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक प्रतिस्पर्धा तेज़ हो चुकी है, चीन का यह प्रदर्शन वैश्विक रणनीतिक संतुलन में एक नई हलचल ला सकता है.

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