24 जुलाई 2025 को दक्षिण-पूर्व एशिया की दो पड़ोसी देशों के बीच पुराना विवाद एक बार फिर भड़क उठा. थाईलैंड ने अपने छह F-16 फाइटर जेट्स के ज़रिए कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर बमबारी की, जिससे हालात और ज़्यादा गंभीर हो गए. हमले का केंद्र वही पुराना इलाका था. प्रीह विहार मंदिर के आस-पास का क्षेत्र, जो दशकों से दोनों देशों के बीच विवाद का कारण बना हुआ है.
कंबोडिया ने जवाबी कार्रवाई में मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) और तोपों से हमला किया. इस मुठभेड़ में नौ लोगों की मौत और 14 लोग घायल हुए हैं, जबकि करीब 40,000 नागरिकों को अपने घर छोड़ने पड़े.
इस हमले की वजह क्या थी?
सीमा पर विवादित विरासत प्रीह विहार मंदिर, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, को 1962 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कंबोडिया को सौंप दिया था. लेकिन मंदिर के आस-पास का 4.6 वर्ग किमी क्षेत्र अब तक विवादित बना हुआ है. 2008 और 2011 में भी यहां गंभीर झड़पें हो चुकी हैं.
ड्रोन ने बिगाड़ा माहौल
थाईलैंड ने दावा किया कि कंबोडिया ने उसकी सीमा में ड्रोन भेजे, जिसे उसने एक “उकसावे की सैन्य कार्रवाई” माना. इसी के जवाब में थाईलैंड ने हवाई हमला किया. कंबोडिया का कहना है कि उसने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की.
सैन्य संतुलन में भारी असमानता
थाईलैंड की वायुसेना क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक और संसाधनों से लैस है, जबकि कंबोडिया की वायु रक्षा क्षमताएं बेहद सीमित हैं. यह असंतुलन शायद थाईलैंड को हमले का आत्मविश्वास देने वाला प्रमुख कारक रहा.
दोनों देशों की सैन्य ताकत: कौन कितना सक्षम?
1. सैन्य जनशक्ति (Manpower)
देश सक्रिय सैनिक रिजर्व सैनिक सेवा-योग्य जनसंख्या
थाईलैंड 3.6 लाख 2 लाख 5 करोड़
कंबोडिया 1.7 लाख 1 लाख 1.2 करोड़
थाईलैंड की सेना अधिक संगठित और प्रशिक्षित है, जबकि कंबोडिया संसाधनों की कमी से जूझ रहा है.
2. रक्षा बजट (Defense Budget)
थाईलैंड: $5.5 बिलियन (~₹4.6 लाख करोड़)
कंबोडिया: $720 मिलियन (~₹60,000 करोड़)
थाईलैंड का बजट कंबोडिया से लगभग सात गुना बड़ा है, जिससे वह आधुनिक हथियारों, ड्रोन्स और ट्रेनिंग में निवेश कर सकता है.
3. वायु सेना (Air Force)
पैरामीटर थाईलैंड कंबोडिया
फाइटर जेट्स 40–50 (F-16, SAAB ग्रिपेन) कोई आधुनिक फाइटर जेट नहीं
हेलिकॉप्टर 100 (AH-1 कोबरा सहित) पुराने Mi-8 और Z-9 हेलिकॉप्टर
ड्रोन आधुनिक सर्विलांस ड्रोन मौजूद सीमित रेंज वाले ड्रोन
थाईलैंड की वायुसेना ने हालिया हमले में अपनी क्षमताएं दिखा दीं. कंबोडिया के पास कोई मुकाबला करने लायक हवाई शक्ति नहीं है.
4. थल सेना (Army)
विशेषता थाईलैंड कंबोडिया
टैंक 200 (VT-4, M60) 200 (पुराने T-55, Type 59)
आर्टिलरी 1,000 (M777, आधुनिक हॉवित्जर) 400 (पुराने मॉडल्स)
MLRS सिस्टम HIMARS समेत कई आधुनिक सिस्टम BM-21 ग्रैड जैसे सीमित सिस्टम
थाईलैंड की थल सेना अधिक उन्नत और प्रभावी है. कंबोडिया अब भी पुरानी तकनीक पर निर्भर है.
5. नौसेना (Navy)
विशेषता थाईलैंड कंबोडिया
युद्धपोत एयरक्राफ्ट कैरियर, 7 फ्रिगेट्स, 20 कोरवेट्स छोटे गश्ती पोत, कोई युद्धपोत नहीं
पनडुब्बी S26T (नई पनडुब्बी) कोई पनडुब्बी नहीं
थाईलैंड की नौसेना दक्षिण एशिया में मझोली शक्ति मानी जाती है, जबकि कंबोडिया की सीमित भूमिका है.
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