121 बम धमाके, ट्रेन हाईजैक, 3 आत्मघाती हमले... BLA ने 6 महीनों में मारे 668 पाकिस्तानी सैनिक

    बलूचिस्तान में सक्रिय सशस्त्र संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने 2025 के पहले छह महीनों के दौरान अपने अभियानों का ब्यौरा सार्वजनिक किया है.

    BLA killed 668 Pakistani soldiers in 6 months
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    इस्लामाबाद/क्वेटा: बलूचिस्तान में सक्रिय सशस्त्र संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने 2025 के पहले छह महीनों के दौरान अपने अभियानों का ब्यौरा सार्वजनिक किया है. संगठन की मीडिया विंग हक्कल मीडिया द्वारा जारी इन्फोग्राफिक के अनुसार, जनवरी से जून के बीच BLA ने 284 हमले किए, जिनमें उसके दावों के मुताबिक 668 पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी और 58 खुफिया एजेंट मारे गए.

    इन अभियानों में 131 वाहन ध्वस्त, 121 विस्फोट, 1 ट्रेन हाईजैक, और 3 आत्मघाती हमले शामिल होने का भी दावा किया गया है. BLA ने स्वीकार किया कि इस संघर्ष में उसके 36 लड़ाके मारे गए.

    'जाफर एक्सप्रेस ऑपरेशन' सबसे चर्चित हमला

    11 मार्च 2025 को शुरू हुआ ‘जाफर एक्सप्रेस ऑपरेशन’ इस रिपोर्ट में सबसे प्रमुख रूप से दर्ज है. BLA के अनुसार, इस हमले में उन्होंने 214 पाकिस्तानी सैनिकों को 48 घंटे तक बंधक बनाए रखा. BLA की मांग थी कि बदले में पाकिस्तानी जेलों में बंद बलूच कैदियों को रिहा किया जाए, लेकिन पाकिस्तानी सेना के मना करने पर बंधकों को मार दिया गया. इन दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है.

    अभियान का दायरा और संरचना

    BLA के मुताबिक, इन छह महीनों में उसके विभिन्न गुटों—मजीद ब्रिगेड, फ़तेह स्क्वॉड, और BLA स्पेशल फोर्सेज—ने मिलकर:

    • 6 संयुक्त ऑपरेशन
    • 9 स्पेशल मिशन
    • 3 फिदायीन हमले
    • 7 आत्मबलिदान मिशन अंजाम दिए.

    इसके अलावा, संगठन का कहना है कि उन्होंने पाकिस्तान के 45 से अधिक इलाकों में सैन्य ठिकानों, पुलिस स्टेशनों और अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों पर घेराबंदी या हमले किए. साथ ही उन्होंने 17 सैन्य वाहन नष्ट करने और 115 हथियार कब्जे में लेने का भी दावा किया.

    संसाधनों और पहचान की लड़ाई

    BLA खुद को बलूच लोगों के अधिकारों और संसाधनों की रक्षा के लिए लड़ने वाला संगठन बताता है. उनका आरोप है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रही है, जबकि स्थानीय आबादी को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया है.

    पाकिस्तान सरकार इन आरोपों को खारिज करती रही है और BLA जैसे संगठनों को आतंकी करार देती है. वहीं, बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि राज्य की जवाबी कार्रवाइयों में आम नागरिक भी प्रभावित हो रहे हैं, जिनमें लापता व्यक्तियों की बढ़ती संख्या और मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोप शामिल हैं.

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