Tejpratap Yadav New Post: बिहार की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है. इस बार वजह हैं तेज प्रताप यादव और उनके नए सोशल मीडिया पेज की सक्रियता. आरजेडी से बाहर होने के बाद शांत दिख रहे तेज प्रताप एक बार फिर राजनीतिक परिदृश्य में अपने अंदाज़ में वापसी कर रहे हैं, और यह वापसी सिर्फ बयानों तक सीमित नहीं, बल्कि डिजिटल मंच से शुरू हो चुकी है.
नयी डिजिटल शुरुआत, नए संकेत
तेज प्रताप के इस नए पेज पर उनकी पोस्ट, "जिसका कायम है प्रताप, वह है आपका अपना तेजप्रताप", न केवल आत्मविश्वास दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि वे खुद को एक स्वतंत्र राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित करना चाहते हैं. यही कारण है कि बिहार की राजनीतिक फिजा में यह सवाल तेजी से उभर रहा है कि क्या तेज प्रताप अपनी खुद की नई पार्टी की नींव रखने जा रहे हैं?
"कृपया मुझे (Team Tej Pratap Yadav Facebook Profile Pe)पर फॉलो करें" #teamtejpratapyadav pic.twitter.com/V6S1ryRD8E
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) July 20, 2025
पारिवारिक जुड़ाव या भावनात्मक संदेश?
हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि इस पेज पर तेज प्रताप ने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की तस्वीरें लगाई हैं. यह शायद उनका यह बताने का तरीका है कि राजनीतिक मतभेद भले हो गए हों, लेकिन पारिवारिक रिश्ते अब भी मजबूत हैं. इससे यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे परिवार से पूरी तरह अलग नहीं होना चाहते, बल्कि अपनी स्वतंत्र पहचान के साथ एक सम्मानजनक दूरी बनाए रखना चाहते हैं.
राजनीति में फिर से सक्रियता की तैयारी
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो तेज प्रताप यादव फिलहाल अपनी डिजिटल पहचान को मजबूत कर रहे हैं ताकि वे भविष्य की राजनीति में सीधा जनसंपर्क कायम कर सकें. उनके कुछ करीबियों का यह भी कहना है कि वे नई पार्टी के गठन की योजना पर गंभीरता से काम कर रहे हैं, हालांकि तेज प्रताप की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है.
विधानसभा में अभी भी बनी हुई है जगह
भले ही आरजेडी से निष्कासन की खबर सुर्खियों में रही हो, लेकिन विधानसभा में तेज प्रताप की मौजूदगी अभी भी बनी हुई है. इसका कारण है कि पार्टी ने उनका निष्कासन औपचारिक रूप से विधानसभा को सूचित नहीं किया है. ऐसे में वे अब भी वैधानिक रूप से विधायक हैं और सदन में पूर्ववत भूमिका में नजर आ रहे हैं.
क्या है अगला कदम?
तेज प्रताप की ओर से जब तक कोई स्पष्ट राजनीतिक घोषणा नहीं होती, तब तक उनके सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने को रणनीतिक चुप्पी और धीरे-धीरे जमीन तैयार करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. आने वाले कुछ सप्ताहों में उनके निर्णय से यह साफ हो जाएगा कि वे नई पार्टी की ओर बढ़ेंगे, या कोई बड़ा राजनीतिक गठजोड़ करने जा रहे हैं.
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