मरने के बाद भी नहीं छोड़ेगा शिक्षा विभाग! मृत शिक्षकों से पूछा स्कूल से अनुपस्थित रहने का कारण; नोटिस जारी

    Bihar News: यहां ऐसे शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित होने का आदेश भेजा गया है जो अब इस दुनिया में नहीं हैं.

    Bihar News Education department Dead teachers notice issued
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    Bihar News: बिहार के भोजपुर जिले से शिक्षा विभाग की एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है. यहां ऐसे शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित होने का आदेश भेजा गया है जो अब इस दुनिया में नहीं हैं. इसके अलावा, कुछ रिटायर्ड शिक्षकों को भी हाजिरी लगाने का निर्देश दिया गया है. इस अजीब घटना से जिले में चर्चा का माहौल बन गया है.

    शिक्षा विभाग की "स्वर्ग तक पहुंच"

    शिक्षा विभाग ने 8 अप्रैल 2025 को 1439 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा था कि उन्होंने ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उपस्थिति क्यों दर्ज नहीं की. इस लिस्ट में कई ऐसे नाम शामिल हैं जो अब जीवित नहीं हैं. लोगों में यह चर्चा है कि अब शिक्षा विभाग स्वर्ग में मौजूद शिक्षकों से भी जवाब मांगने लगा है. 

    ऐप की गड़बड़ी से परेशान शिक्षक

    शिक्षा विभाग ने 217 ऐसे शिक्षकों से भी जवाब मांगा है जिन्होंने पोर्टल पर "मार्क ऑन ड्यूटी" दर्ज किया है. इनमें से 128 शिक्षकों के पास उपस्थिति दर्ज करने के प्रमाण हैं, फिर भी विभाग ने उन्हें गैरहाजिर माना और वेतन काटने की चेतावनी दी है. प्रखंडवार देखें तो पीरो से 27, संदेश से 33, चरपोखरी से 20, जगदीशपुर से 16 और आरा सदर से 15 शिक्षकों को नोटिस भेजा गया है.

    शिक्षक संघ ने जताई नाराजगी

    परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ की सदस्य अंजू पांडेय ने बताया कि शिक्षा विभाग का ई-शिक्षा ऐप बेहद खराब तरीके से काम कर रहा है. शिक्षक स्कूल में मौजूद रहते हैं, बच्चों को पढ़ाते हैं, लेकिन ऐप उन्हें अनुपस्थित दिखा देता है.

    उन्होंने कहा कि विभाग के इंजीनियरों ने ऐप में कई तकनीकी गलतियां की हैं जिन्हें जल्द ठीक किया जाना चाहिए. उन्होंने मृत और रिटायर्ड शिक्षकों को नोटिस भेजने की घटना को "शर्मनाक" बताया और इसे पहले भी कई बार हो चुकी गलती बताया.

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