बेतिया (पश्चिम चंपारण): बिहार के पश्चिम चंपारण जिले स्थित बेतिया पुलिस लाइन से एक चौंकाने वाली और दुखद घटना सामने आई है. देर रात पुलिस लाइन परिसर में दो पुलिसकर्मियों के बीच हुए आपसी विवाद ने इतना उग्र रूप ले लिया कि मामला गोलीबारी तक पहुंच गया. इस झड़प में एक जवान की मौत हो गई है, जिसकी पहचान सिपाही सोनू के रूप में की गई है.
साथी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आपसी कहासुनी के दौरान दोनों जवानों के बीच बहस इतनी तेज हो गई कि एक जवान ने गुस्से में आकर अपने साथी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. गोली लगने से सिपाही सोनू की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस लाइन का माहौल तनावपूर्ण हो गया और अफरा-तफरी मच गई.
घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी रैंक के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में घटना स्थल की फोरेंसिक जांच की जा रही है और चश्मदीदों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं.
आपसी रंजिश या मानसिक दबाव? जांच के कई पहलू
इस घटना ने पुलिस विभाग के भीतर कार्य संस्कृति और मानसिक दबाव जैसे गंभीर मुद्दों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि शुरुआती जांच में आपसी विवाद को गोलीबारी की वजह बताया गया है, लेकिन अधिकारी मामले के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए गहराई से जांच कर रहे हैं.
पुलिस महकमे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस बल का प्रत्येक सदस्य एक परिवार का हिस्सा होता है और इस तरह की घटनाएं पूरे तंत्र को झकझोर देती हैं. मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है, दोषी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा."
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस लाइन के भीतर अनुशासन पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. जिस जगह पर जवानों की तैनाती आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए की जाती है, वहां पर खुद जवानों के बीच इस तरह की हिंसक वारदातें विभागीय लापरवाही का संकेत देती हैं.
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