Bharat 24 Conclave: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ‘विकसित भारत 2047’ सम्मेलन के मंच से देशवासियों को एक बड़ी सौगात देने की बात कही है. वहीं केंद्रीय मंत्री ने भारत 24 के इस खास कार्यक्रम में बातचीत के दौरान मानसरोवर जाने के रास्ते पर चर्चा करते हुए कहा कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से मानसरोवर तक जाने के लिए सीधा रास्ता तैयार किया जा रहा है. इस तरह यह यात्रा का सफर काफी आसान होने वाला है.
मानसरोवर जाने के लिए दो रास्ते
नितिन गडकरी ने कहा, भी मानसरोवर जाने के लिए दो मार्ग हैं, एक तो नेपाल से जाता है, पर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से हम मानसरोवर तक रोड बना रहे हैं. मानसरोवर तक तो चाइन का कुछ पार्ट है, कुछ नेपाल का है, इसलिए बाजू से जा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने अपनी अप्रैल महीने के दौरान कैलाश मानसरोवर जानें के प्लान पर चर्चा की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस समय मानसरोवर जाने के लिए दो रास्ते हैं. पहला रास्ता नेपाल से होते हुए जाता है. इसी दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पिथौड़ागढ़ से हम मानसरोवर जाने के लिए रोड बना रहे हैं.
रास्ता तैयार करना काफी कठिन है
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह जो सड़क का हम निर्माण कर रहे हैं, इसे तैयार करना काफी कठिन है. इसके पीछे का कारण वहां का तापमान है. माइनस 4 डिग्री, माइनस 6 डिग्री तापमान होता है. मुश्किल है. उन्होंने बताया कि 85 से 90 प्रतिशत तक काम हो गया है. आखिरी का 10 प्रतिशत काम रहता है, जो अभी होना बाकी है. कठिनाइयां काफी है वहां लेकिन BRO कर रही है. इसी दौरान उन्होंने यह साफ किया कि साल 2026 अप्रैल तक यह काम पूरा होगा.
नेपाल नहीं हिन्दुस्तान से जाएंगे
इस बातचीत के दौरान मु्स्कुराते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरी पत्नी भी मानसरोवर के लिए जाना चाहती थी. नेपाल के रास्ते से जाने का उनका प्लान था. लेकिन 'मैंने कहा कि रुको हम हिन्दुस्तान के रास्ते से मानसरोवर जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह कहते हुए मुझे डेढ साल हो गया लेकिन इस अप्रैल में पिथोरागढ़ के लोग मानसोरवर जाएंगे. यह निश्चित रूप से पूरा किया जाएगा.